JamshedpurJharkhand

झारखंड आंदोलनकारी प्रमोद लाल ने झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला संपर्क कार्यालय साकची में झंडा फहराया

सर्वप्रथम झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता शेख बदरुद्दीन एंव प्रमोद लाल ने झंडोत्तोलन किया l शेख बदरुद्दीन ने अपने भाषण में कहा 15 अगस्त भारत के गर्व और सौभाग्य का दिवस है। यही वह दिन है जब भारत ब्रिटिशों की 200 साल की बेड़ियों से मुक्त हुआ था। 15 अगस्त भारतवर्ष का राष्ट्रीय पर्व है। भारत देश 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से मुक्त हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र बना। प्रमोद लाल अपने भाषण में कहा 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से आजाद हुआ था। आजादी के 75 साल पूरे हो गए हैं। इस राष्ट्रीय त्योहार को हम लोग बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाते हैं। इस दिन हम उन महान योद्धाओं और स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति का सम्मान करते हैं जिन्होंने भारत को एक स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। वीरसिंह सुरेन अपने भाषण में कहा कीआज हम सब इस सभा में देश की आजादी के 76वें वर्षगांठ को मनाने के लिए जुटे हैं। यह दिन हम सभी के लिए सबसे खास है। आज के भारत को आजाद हुए 75 साल पूरे हो गए हैं, जिसे पूरा देश आजादी के अमृत महोत्सव के तौर पर मना रहा है। इस पावन अवसर पर उन सभी स्वतंत्रता सेनानी को याद करेंगे जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राण की कुर्बानी दे दी। इन कुर्बानियों की बदौलत ही हमें ब्रिटिश शासन से सैकड़ों साल बाद आजादी मिली।

दोस्तों, आज हम जिस तिरंगे की छांव में खड़े हैं वो हमे जीवन जीने के सही तरीके सिखाता है। इस तिरंगे में सबसे ऊपर दिखने वाला केसरिया रंग देश की ताकत और साहस का प्रतीक है। वहीं, बीच में सफेद रंग शांति, सदभावना और सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है। तिरंगे के सबसे निचली पट्टी पर हरा रंग देश के विकास और समृध्दि का प्रतीक है। झंडे के बीच में बना अशोक चक्र हमे निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। भारत की संस्कृति को उसके झंडे में देखा जा सकता है।
फिर सभी बंधुओं के बीच मिठाइयां बांटी गई।

कार्यक्रम में मुख्य रूप वरिष्ठ नेता शेख बदरुद्दीन, प्रमोद लाल वरिष्ठ नेता वीर सिंह सुरेन, हिदायतुल्ला खान, जिला उपाध्यक्ष अरुण प्रसाद, राजा सिंह, अजय रजक, रानू मंडल पिंटू लाल, ईन्दर पाल सिंह, हरदेव सिंह, फैयाज, खान‌ नान्टु सरकार, परमजीत सिंह पम्मे, मोहम्मद सोहेल, बिनोद डे, कालु गोराई, फतेचंन्द टुडु, उमर खान, समद अंसारी, अब्दुल बारी, महिला नेत्री कमलजीत कौर, बाली मार्डी, नीता सरकार, झरणा पाल, आशा देवी, दुर्गा देवी, रजनी देवी, मनीष सिंह, गोपाल सिंह, बाबु कालिंदी मोहम्मद रेहान, राज लकड़ा, क्रपाल सिंह, शैलेंद्र मैथी, सुभाष मित्तल, सुदर्शन स्वांशी गोपाल महतो, राजेश महतो, सोरभ सिंह जितेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, संदीप चक्रवर्ती उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button