झामुमो अपने कार्यकर्ताओं को दे रही है गुंडागर्दी के संस्कार : गीता कोड़ा
भाजपा को वोट कर गुंडों की सरकार को जवाब दें
आदिवासी मूलवासियों का उत्थान नहीं कर सकती झामुमो सरकार
मोदी ने हमें पेसा कानून दिया, लेकिन झाममो सरकार ने इसे लागू ही नहीं किया
चाईबासा। झारखंड की निरंकुश व तानाशाह झामुमो सरकार को जवाब देने के लिए भाजपा को वोट करें। उक्त बाते सिंहभूम सांसद सह भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा ने कही। वे बुधवार को मझगांव विधानसभा के मंझारी प्रखंड में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान आम जनता से कही। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि सिंहभूम की जनता भाजपा को वोटकर जेएमएम को करारा जवाब देगी। क्योंकि वह विकास के हर मोर्चे पर फेल है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा अनुशंसित योजनाओं के लाभ को जनता तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न करते रहे। जब मैने इसका विरोध किया तो मुझे विकास विरोधी कहा गया। सरकारी विरोधी तक कहा गया। लेकिन जनता की समस्या उठाना मेरा फर्ज है इसे निडरता से करती रहूंगी। मेरे काम के रास्ते में रोड़े अटकाये गये। मैने जनता के हित में कई अनुशंसाएं की थीं। इससे झामुमो वालों की ओछी मानसिकता उजागर होती है। अब तो वे लोगों को डराने धमकाने भी लगे हैं। वह हमेशा दबाव की राजनीति करती है।
*विकास के हर मोर्चे पर झामुमो फेल*
गीता कोड़ा ने कहा कि जेएमएम की सरकार विकास के हर मोरचे पर फेल है। गरीब गुरबों की आशाएं टूट गयीं। बेरोजगारी बढ़ गयी। लोग पलायन को विवश हैं। झामुमो वालों के पास कोई विजन नहीं है।
केंद्र सरकार प्रधानमंत्री आवास की योजनाओं के पैसा झारखंड सरकार को भेजती है झारखंड सरकार उसे रोक देती है। कर परेशान कर रही है। एक ओर सरकार बिजली बिल माफ करने की बात कर रही है। लेकिन एक दो बल्ब जलाने पर भी लाभुको को हजारों का बिल थमा दिया जा रहा है।
*भाजपा सरकार में मिला है महिलाओं को सम्मान*
गीता कोड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओ को कई सम्मान दिये जा रहे है। महिला समूह के के खातों में सीधा पैसा पहुंच रहा है। जिससे महिलाए अपने अपने घर परिवार के साथ गांव का भी विकास कर रही है। जेएमएम की सरकार में कभी नहीं चाहा कि महिलाओं का विकास हो। महिलाए जब भी काम करना चाहते हैं, जेएमएम के विधायकों और उनके गुंडों द्वारा हमेशा काम पर बाधा डाला जाता है। जेएमएम की सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। जेएमएम सरकार आदिवासी मूलवासियों का उत्थान नहीं कर सकती है। जेएमएम सरकार से पूछा जाना चाहिए कि पिछले 15 सालों में उन्होंने क्या काम किया है। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि हो भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए उनका भी समर्थन था। लेकिन सरकार ने आज तक एक भी हो भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की। हो भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग रखने का काम भी मैने ही किया था। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि मोदी जी हर वर्ग के लिए विकास के काम कर रहे हैं। आम जनता सावधान रहें झामुमो के लोग गलत प्रचार करेंगे और दिग्भ्रमित करेंगे। मोदी ने पेसा कानून को बनाकर जेएमएम सरकार को भेजा, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे लागू नहीं किया। और ना ही पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के आदिवासी गांव की विकास के लिए राज्य की जेएमएम सरकार ने कोई सुझाव या मंतव्य भेजा। अगर जेएमएम सरकार के पास आदिवासी क्षेत्रों के विकास करने के लिए विजन होता तो पेसा की नियमावली को ड्राफ्ट कर केंद्र सरकार को भेज देता। गीता कोड़ा आज मंझारी के जलधर, टोन्टो, दोकट्टा, थई, पिंडगीसिंदरी, ईचाकुटी, एपिलसिंगी, उकुमादकम, बिदरी सहित कई गांवों का दौरा कर समर्थन मांगी। इस दौरान श्रीमती कोड़ा ने थाई मंदिर में पूजापाट भी की। इस दौरान भाजपा के मंझगांव पूर्व प्रत्याशी भूषण पार्ट पिंगुआ, अनिल बिरूली, जलधर मुंडा दीनबंधु सवैया, एसटी मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष सह मंझारी के पूर्व जिला परिषद जयपाल कुंकल, मुखिया सुरु कुई, जेना राम कुंकल, पांडू डोरीबुरू, निरल पूर्ति, महिला समूह की दीदी, मुंडा रामेश्वर कुंकल, जामदार सवैया, गुरुदेव पान, राजेश बोदरा, कमल दास, मंडल अध्यक्ष गुरचरण बंकिरा, पूर्व मंडल अध्यक्ष साधु चरण बिरुआ, बंशीधर प्रधान, महामंत्री रामचंद्र गोप, हरीश केसरी, कृष्ण बिरुआ, सोनाराम बिरुआ सहित अन्य लोग काफी संख्या में मौजूद थे।