जुबली पार्क को लेकर जनहित के सवाल पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश से मिले अभय सिंह
जमशेदपुर। जुबली पार्क की वर्तमान स्थिति से शहर के भाजपा नेता अभय सिंह ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश से मिलकर विस्तृत जानकारी दी और समस्या का समाधान करवाने की मांग की। उन्होंने कहा कि किस प्रकार जमशेदपुर में तानाशाही समानांतर सरकार चल रही है। हेमंत सोरेन की सरकार 23 जिलों में है परंतु 24 वे जिले जमशेदपुर में कानून संविधान से ऊपर उठकर जनता का शोषण हो रहा है।
जमशेदपुर जमशेद जी नसरवन जी के सपनों का शहर है जिसे दोराबजी टाटा ने अपनी मेहनत लगन तपस्या प्रकरण के साथ उन्होंने जमशेदपुर के आकार को फलित और फूलित किया।
लेकिन दुर्भाग्य है अब स्थिति जमशेदपुर के अंदर बिल्कुल गड़बड़ है हम जुबली पार्क के विरोधी नहीं है विस्तारीकरण हो उस के पक्ष में भी है परंतु जिस प्रकार वर्षों से जमशेदपुर की जनता के प्रयोग में आने वाली सड़कों को बिना कानून, बिना इजाजत, बिना बताए तानाशाही तरीके से 2 वर्ष बंद कर दिया गया यह बिल्कुल गलत किया गया ।
जमशेदपुर में कई ऐसे प्रमाण है हमारे पास जिसमें शेडयूल 1, 2, 3 ,4 ,5 की जमीन का उल्लंघन हुआ है और मनमानी ढंग से हुआ है जनता को गला दबाकर अपनी बात मनवाने की काम हुई है प्रदूषण के नाम पर सड़क बंद किया जा रहा था जिसे मैंने विरोध किया। सबसे पहले मैं 4 जनवरी 2021 को जमशेदपुर के उपायुक्त श्री सूरज कुमार से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था जिसकी प्रति मेरे पास है हमने कहा था एक नागरिक होने के नाते कि जमशेदपुर का पार्क बंद रहे जब भी सरकार या केंद्र सरकार पार्क जिम खोलने की बात की परमिशन दें तब खुले परंतु उसके पहले केवल आने जाने वाली सड़क को प्रारंभ कर दिया जाए इससे जमशेदपुर के ट्रैफिक को कम लोड होगा उनसे यह भी कहा कि जमशेदपुर में सड़क दुर्घटना में 6 वर्ष में 1000 लोगों की मौत हो गई थी ।हमारे नेतृत्व में बहुत बड़ा आंदोलन भी किया गया था । उच्च न्यायालय में रिट दायर किया गया था सारे वस्तुस्थिति की जानकारी हमने दी । यह तानाशाही निरंकुशता के विरुद्ध है जो जनहित के सवाल पर है जमशेदपुर की जनता त्राहिमाम है और इसमें सारे वर्गों सारे लोगों को मिलकर लड़ने की आवश्यकता है जनहित में भारतीय जनता पार्टी के तरफ पूरे जमशेदपुर की जनता की निगाहें हैं और यह आंदोलन में जमशेदपुर की जनता बढ़-चढ़कर के भाग लेगी।
झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री की मिलीभगत से इतना बड़ा फैसला एकतरफा हो गया जब से स्वास्थ्य मंत्री बने तब से मंदिरों को मठों को एवं हिंदू नेताओं पर लगातार कुठाराघात हो रहा है।।स्वास्थ्य मंत्री हॉस्पिटल तक बंद करा देते हैं कोई बोलने वाला नहीं है। एक जोरदार आंदोलन कीआवश्यकता है वे आश्वस्त होकर के सुने और हमने सारे वस्तुस्थिति की जानकारी दी।