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गंगाधर पांडा का रवैया झारखंड विरोधी, जहाँ मैथिली विषय ही नही ,उसी विषय के शिक्षक को बनाया प्रो.इंचार्ज आजसू छात्र संघ ने फूंका कुलपति गंगाधर पांडे का पुतला।

अखिल झारखंड छात्र संघ के कमिटी के द्वारा मानगो गोलचक्कर पर कोल्हान विश्व विद्यालय के कुलपति गंगाधर पांडा का पुतला दहन किया गया।
मामला– कुलपति के आदेशानुसार डॉ.आर . के . चोधरी का पद्दोन्ति करके घाटशिला कॉलेज का प्रोफेसर इंचार्ज बना दिया गया जबकि आर.के. चौधरी जिस विषय के शिक्षक है उस विषय की पढ़ाई घाटशिला कॉलेज में होती ही नही है ,घाटशिला में दूसरे किसी कॉलेज से उठाकर किसी शिक्षक को घाटशिला कॉलेज का प्रो. इंचार्ज बनाया गया जिस कारण आजसू छात्र संघ लगातार विरोध कर रहा है।

आजसू छात्र के कोल्हान अध्यक्ष हेमन्त पाठक ने उठाया सवाल ओर कहा – क्या घाटशिला कॉलेज में कोई सीनियर शिक्षक नही जो हवाई जहाज से जमशेदपुर से उठाकर घाटशिला भेज दिया गया है क्या कुलपति यह बताने का कृपा करेंगे कि इस डील में कितने रुपये का लेन देन हुआ है* अगर लेन देन नही हुआ है तो एक मैथिली विषय के शिक्षक को घाटशिला कॉलेज जो एक अनुसूचित जनजाति बाले क्षेत्र (विधानसभा आरक्षित सीट ) है वहा किस हिसाब से उनको प्रो. इंचार्ज बना कर भेज गया है क्या झारखंड एवम बिहार यूनिवर्सिटी लॉ में प्रो. इंचार्ज कहकर कोई पद है क्या? बिल्कुल नही है जबकि झारखंड हाइ कोर्ट ने प्रो. इंचार्ज बाले पद पर शख्त टिप्पणी किया था कि यह पद हवा हवाई पद है और यह बिल्कुल गलत है।जबकि झारखंड में अभी भाषा सम्बन्धी इतना बड़ा आंदोलन हुआ और कुछ जिलों से जिस मैथिली,मगही इत्यादि भाषा से समस्या थी उसे हटा दिया गया लेकिन गंगाधर पांडा जी झारखंडी जनभावना का अपमान करके घाटशिला कॉलेज में एक भी मैथिली विषय का छात्र नही होने के वावजूद डॉ आर .के. चोधरी की नियुक्ति की जांच होनी चाहिए और साथ ही साथ कुलपति को यह भी बताना होगा कि जब से आर.के. चौधरी सर की नियुक्ति हुई कितने छात्र उनके पास हुए और अभी वर्तमान में सभी महाविद्यालय में कितने मैथिली विषय के छात्र है। अगर मैथिली और दूसरे विषय के छात्र ही नही है तो ऐसे शिक्षकों का यह क्या काम ? जिस दूसरे विश्वविद्यालय में इन विषयों के छात्र है उनके वहां ट्रांसफर किया जाए ताकि उन छात्रों को शिक्षक के अभाव में अपना पढ़ाई छोड़ना न पड़े और
कुलपति डॉ गंगाधर पांडा खुद एक भ्रष्ट व्यक्ति है उत्तर प्रदेश के सम्पूर्णनाद संस्कृत विश्वविद्यालय में फर्जी प्रमाणपत्र निर्गत करने के मामले में उनपर जांच चल रहा है उस समय वह परीक्षा नियंत्रक हुआ करते थे इस मामले में सम्पूर्णनाद संस्कृत विश्वविद्यालय ने पांडा जी की धर्मपत्नी को भी उनके पद से निष्काषित कर दिया है और ठीक उसी तरह का खेल कोल्हान यूनिवर्सिटी में करने का प्रयाश कुलपति के द्वारा किया जा रहा है। आजसू छात्र संघ बहुत जल्द राज्य के महामहिम मा० रमेश बैश जी से मुलाकात करके डॉ गंगाधर पांडा के कुलपति बनने से पहले दिए गए स्वघोषित पत्र (सेल्फ डिक्लेरेशन ) में अपने ऊपर हो रहे जांच की जानकारी झारखंड सरकार या राजभवन को दिया था अगर नही तो उनके ऊपर धोखा-धड़ी ओर फर्जीवाड़ा का मुकदमा कर निष्काषित किये जाने की मांग करेगा और यह मामला विधानसभा में घुंजेगा।
आजसू छात्र संघ इस मामले को सरकार के समक्ष रखेगा और इन गबड़बी के खिलाफ हाई कोर्ट में जनहित याचिका भी दायर करेगा और आज से हमारा विरोध प्रदर्शन और उग्र होगा और यह हर जिले में कुलपति और आर.के. चोधरी का विरोध किया जाएगा। आजसू छात्र संघ हमेशा से चाहे सरकार हो या विश्वविद्यालय प्रबंधन हो उसके खिलाफ आंदोलन करता आया और आगे और भी नए नए तरीके आजसू छात्र संघ विरोध करने को तैयार है। इस दौरान कोल्हान अध्यक्ष हेमन्त पाठक ,साहेब बागति ,जगदीप सिंह ,दीक्षा श्रीवास्तव,मौसमी कुमारी ,आरती कुमारी ,बिक्की पांडेय ,मोहित कुमार ,अमन प्रजापति ,गजेंद्र कुमार ,विशाल सिंह,,राकेश महतो ,आयुष वर्मा , लोकेश यादव,संदीप प्रसाद इत्यादि छात्र नेतागण उपस्थित थे।

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