जमशेदपुर लिट्टी चौक से एन एच 33 को जोड़ने वाली 4.50 किलो लंबाई का डीपीआर तैयार : सरयू राय
जमशेदपुर। पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख श्री के के लाल ने आज जमशेदपुर लिट्टी चौक से एनएच-33 को जोड़ने वाली क़रीब 4.50 किलोमीटर लंबाई वाले पथ निर्माण एवं स्वर्णरेखा नदी पर पुल निर्माण की महत्वाकांक्षी एवं जनोपयोगी योजना का विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार करने का आदेश विभाग के केन्द्रीय रूपांकन संगठन (सीडीओ) को दे दिया।
इसके पूर्व कल, यानी 25 अगस्त 2023 को, विधानसभा, राँची स्थित मेरे समिति कार्यालय कक्ष में इस संबंध मे एक उच्चस्तरीय बैठक हुई जिसमें मेरे सहित पथ निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता श्री राकेश कुमार श्रीवास्तव, कार्यपालक अभियंता श्री दीपक सहाय और सहायक अभियंता श्री बम प्रसाद उपस्थित थे।
मैंने उन्हें बताया कि इस परियोजना के संबंध में पथ निर्माण विभाग की नीयत पर मुझे संदेह उत्पन्न हो रहा है। इस बारे में मैंने विधानसभा के तीन सत्रों, मार्च 2022, दिसंबर 2022 और सितंबर 2023 में, तीन सवाल किया. मेरे तीनों सवालों का तीन तरह का उत्तर पथ निर्माण विभाग ने विधानसभा में दिया। बैठक में मैंने तीनों उत्तर उन्हें दिखाया और बताया कि एक ही प्रश्न का तीन तरह का उत्तर विधानसभा की अवमानना है और परियोजना के बारे मे विभाग की नीयत पर संदेह पैदा करने वाला है।
मैंने उन्हें उनके विभाग के केन्द्रीय रूपांकन संगठन का 6 सितंबर 2019 को प्रेषित वह डिज़ाइन भी दिखाया जिसके अनुसार क़रीब 233 करोड़ की लागत पर इस परियोजना की तकनीकी स्वीकृति उस समय दी गई थी। परंतु इसके बाद मेरे प्रश्नों के लिखित उत्तर में दो बार सरकार ने विधानसभा में बताया कि यह परियोजना विभाग के रेखांकन पथ में नहीं है और अभी तक इसका न तो सर्वे हुआ है, न डीपीआर बना है और न ही औपचारिक तकनीकी स्वीकृति हुई है। संभव है कि 2019 के सितंबर में इसका एक स्थूल प्राक्कलन योजना बैंक के रूप में संधारित किया गया होगा।
बैठक के दौरान मैंने मुख्य अभियंता से स्पष्ट कहा कि यदि विभाग जनता को भ्रमित करने के लिए कोई स्थूल प्राक्कलन प्रारूप मुझे आश्वस्त करने के लिए घोषित करना चाहता है तो यह मुझे मंज़ूर नहीं है। इस पर मुख्य अभियंता ने बताया कि तत्कालीन अभियंता प्रमुख के आदेश पर नवम्बर 2022 में लिट्टी चौक-एनएच 33 पथ-पुल परियोजना का सर्वेक्षण हो चुका है। उसके आधार पर इसका डीपीआर बनाने का आदेश अभियंता प्रमुख ने संचिका मे सीडीओ को दे दिया है।
बैठक के उपरांत मुख्य अभियंता ने विभाग जाकर अभियंता प्रमुख के साथ बैठक की और मुझे बताया कि मुख्य अभियंता और कार्यपालक अभियंता की उपस्थिति में उन्होंने परियोजना का डीपीआर तैयार करने का आदेश संचिका में अंकित कर दिया। तदुपरांत संबंधित आदेश पत्र केन्द्रीय निरूपण संगठन (सीडीओ) के मुख्य अभियंता को हस्तगत करा दिया। डीपीआर बनते ही इस परियोजना का प्राक्कलन तैयार होगा और तब इसकी तकनीकी एवं प्रशासनिक स्वीकृति होगी, फिर निविदा होगी और परियोजना पर काम शुरू होगा।
मैं इस परियोजना का डीपीआर तैयार करने का आदेश निर्गत करने के लिए पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख, मुख्य अभियंता, कार्यपालक अभियंता को धन्यवाद देता हूँ और उम्मीद करता हूँ कि आगामी दिसंबर माह तक निविदा की प्रक्रिया पूरा कर ली जाएगी।