जमशेदपुर दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की आम सभा की बैठक संपन्न
जमशेदपुर: रविवार को दुर्गा पूजा केंद्रीय समिति की वार्षिक आम सभा की बैठक उत्कल एसोसिएशन साक्षी में 2 वर्ष पश्चात संपन्न हुई। जिसमें मुख्य रुप से 150 दुर्गा पूजा समितियों के प्रतिनिधि ने हिस्सा लिया अध्यक्षता चंद्रनाथ बनर्जी के द्वारा किया गया। संचालन अरुण सिंह के द्वारा एवं धन्यवाद ज्ञापन वंदे शंकर जी के द्वारा किया गया। इस बैठक में सर्वप्रथम केंद्रीय समिति ने अपने सभी 320 दुर्गा पूजा समितियों का आभार प्रकट किया। जिन्होंने बीते वर्षो में इतनी कठिन परिस्थिति में भी मां दुर्गा की पूजा को संपन्न किया। कोरोना महामारी में अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया।
इस बैठक में 2 वर्षों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया एवं 2 वर्षों में जो भी बैठक हुई। उसका प्रतिवेदन समिति के कोषाध्यक्ष सुरजीत चौधरी एवं महामंत्री रामबाबू सिंह ने प्रस्तुत किया। शंभू मुखी के द्वारा वर्ष 2020 21 का वार्षिक प्रतिवेदन सुनाया गयाजिससे समिति के सदस्यों के द्वारा पास किया गया।
समिति के कार्यकारी अध्यक्ष आशुतोष सिंह के द्वारा पूजा की दौरान केंद्रीय समिति की दिशा निर्देश को पूजा समिति के सदस्यों के बीच रखा गया, जिसमें मुख्य रुप से पूजा पंडाल के पास में समिति के द्वारा कैंप ऑफिस रखना पर्यावरण के प्रति सभी लोगों को जागरूक रखते हुए मूर्ति का निर्माण इको फ्रेंडली केमिकल के द्वारा हो इस पर ध्यान देना किसी भी रूप में प्लास्टिक के प्रयोग पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाना, पंडाल निर्माण के दौरान बसों के बंधन पर ध्यान देना, जिससे कि मौसम खराब होने पर भी मां दुर्गा का मंडप आंधी तूफान एवं अत्यधिक बारिश को भी बर्दाश्त कर सके।
दाल के आस पास पर्याप्त जल की व्यवस्था अग्निशामक यंत्र की व्यवस्था एवं अपने पंडाल में सीसीटीवी कैमरा लगाने का प्रयास करेंगे। सभी सदस्यों के बीच गाइडलाइन की प्रति भी वितरित की गई। हर्षोल्लास के साथ इस वर्ष मां दुर्गा की पूजा संपन्न हो आपसी सहयोग एवं समाज में भाईचारा स्थापित रहे इन सभी संकल्पों के साथ आम सभा की कार्रवाई समाप्त हुई। इसमें मुख्य रूप से दिवाकर सिंह, परमात्मा मिश्रा, अशोक सिन्हा, ओमियो ओझा, राघवेंद्र मिश्रा, शंभू मुखी, सत्येंद्र कुमार, सुरजीत चौधरी, अभय उपाध्याय, प्रदीप दास, अजय शर्मा, सर्च अमृत, यस माथुर, मनीष कुमार, अमनदीप गिल, सत्येंद्र कुमार, शिव शंकर सिंह, दिलजले बॉस आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।