छठी से 12वीं कक्षा की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देना काफी सराहनीय रहा : सुनील प्रसाद
जमशेदपुर। झारखंड सरकार द्वारा चलाई गई योजना ‘रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण’ अब अपने अंतिम चरण में आ चुकी है। छठवीं से बारहवीं की छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देना काफी सराहनीय रहा। झारखंड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर के मुख्य कोच मास्टर सुनील प्रसाद और महिला प्रशिक्षक शिल्पी दास की टीम सभी स्कूलों में आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रही है। प्रशिक्षण देकर झारखंड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर की टीम राज्य सरकार द्वारा चलाए गए इस योजना को सफल बनाने में जुटी हुई है। आज 8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर झारखंड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर की टीम ने गोविंदपुर के राजकीय बुनियादी विद्यालय एवं घोड़ाबांधा के मध्य विद्यालय घोड़ाबांधा में इस योजना का समापन कराया। इन स्कूलों में ट्रेनर के रूप में शिवानी सिंह और सहायक ट्रेनर के रूप में आकाश सीट का नाम आया। इस योजना का समय 1 माह सुनिश्चित किया गया था। गोविंदपुर एवं घोडाबांधा में इसकी शुरुआत 7 फरवरी से की गई और 8 मार्च को इसका समापन किया गया। इस योजना में स्कूलों की छात्राओं का काफी अच्छी भागीदारी दिखी। जहां मध्य विद्यालय घोड़ा बांदा में 52 छात्राओं ने भाग लिया वही राजकीय बुनियादी विद्यालय में 50 छात्राएं प्रशिक्षण लेते हुए हुए दिखी। साथ ही यह प्रशिक्षण केवल एक माह ना रहकर बल्कि लंबे समय तक रहे ऐसा अनुरोध छात्राओं ने किया। इस योजना में झारखंड मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर की टीम का कार्य अति सराहनीय रहा एवं यह संस्था बालिकाओं में छिपी प्रतिभा को बाहर निकालने में भी काफी सफल रही है।