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छंदमाल्य कवि मण्डपम् जमशेदपुर, झारखन्ड एवं सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन के संयुक्त तत्वावधान में छंदमाल्य-4 का वृहद आयोजन तुलसी भवन में’ 5 जुलाई को


जमशेदपुर। छंदबद्ध रचनाओं की गीतमय प्रस्तुतियों के साथ छंदमाल्य भाग-4 का आयोजन दिनांक 5 जुलाई को 2024 को संध्या 3.30.. में बिष्टुपुर स्थित सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन, तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष में छंदमाल्य कवि मण्डपम् एवं सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन तुलसी भवन के संयुक्त तत्वावधान में, जमशेदपुर झारखण्ड द्वारा किया जाएगा।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता छंदाचार्य दिनेश रविकर करेंगे । मुख्य अतिथि के रूप में रामानन्द प्रसाद (तुलसी भवन उपाध्यक्ष), विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर प्रसेनजीत तिवारी (तुलसी भवन के मानद सचिव), डॉ रागिनी भूषण तथा श्रीमती मंजू ठाकुर उपस्थित रहेंगी। कार्यक्रम के चिंतक परिकल्पना प्रतिभा प्रसाद ‘कुमकुम’ के चिंतन से किया गया है। इस कार्यक्रम का संयोजन डॉ रजनी रंजन एवं रीना सिन्हा ‘सलोनी’ द्वय के द्वारा किया है।

यह अद्भुत कार्यक्रम कुछ इस तरह से नियोजित किया गया है, जिसमें किसी भी वाक्य को गद्य में उच्चारित नहीं किया जाएगा, अतिथियों का स्वागत ,मंच पर आमंत्रण, आभार, संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन तक केवल छंदों में ही किया जाएगा । यहां तक की समीक्षात्मक टिप्पणियां भी छंदों में ही की जाएंगी।
छंदमाल्य कवि मंडपम् छंदमाल्य श्रृंखला की चौथी प्रस्तुति रहेगी। इससे पहले छंदमाल्य -१ का आयोजन दिनांक 11.09.2022 को सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन /तुलसी भवन, बिष्टुपुर, जमशेदपुर में सफलता के साथ आयोजित किया गया था एवं छंदमाल्य-2 का आयोजन 23.04.2023 को छत्तीसगढ़ में ‘कला कौशल साहित्य संगम’ के तत्वावधान में किया गया था। छंदमाल्य तीन की प्रस्तुति 5.11.2023 को छंदमाल्य कवि मंडपम् के द्वारा चेंबर ऑफ कॉमर्स भवन जमशेदपुर में किया गया था, जिसमें तुलसी भवन के कार्यकारिणी द्वारा यथावत सहयोग प्राप्त हुआ था ।

कार्यक्रम में सूत्रधार, चिंतक एवं परिकल्पक प्रतिभा प्रसाद ‘कुमकुम’ एवं प्रतिभागी के रुप में इस कार्यक्रम में संयोजिका द्वय डॉ रजनी रंजन एवं रीना सिन्हा ‘सलोनी’, मनीषा सहाय ‘सुमन’, आरती श्रीवास्तव ‘विपुला’, किरण कुमारी, रीना गुप्ता श्रुति, शिप्रा सैनी, लक्ष्मी सिंह एवं पद्मा प्रसाद रहेंगी। जिनके द्वारा दोहा, चौपाई, घनाक्षरी एवं ताटक छंद में रचनाएं प्रस्तुत की जाएंगी।
संचालन अलग-अलग सत्र में अलग-अलग व्यक्ति के द्वारा किया जाएगा जिसमें आरंभ में वीणा पांडेय ‘भारती’ , किरण कुमारी वर्तनी, सम्मान एवं पुस्तक लोकार्पण मनीषा सहाय ‘सुमन’, छंदमाल्य प्रतिभागी कार्यक्रम का संचालन रीना सिन्हा ‘सलोनी’ एवं डॉ रजनी रंजन तथा खुला मंच का आरती श्रीवास्तव ‘विपुला ‘ एवं डॉ रजनी रंजन संचालक होंगी।कार्यक्रम में छंदमाल्य ४ की पुस्तक “छंदमाल्य” व “दोहे मन को मोहे‌” का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस पुस्तक में सभी ग्यारह प्रतिभागियों द्वारा लिखित मनहरण घनाक्षरी छंद , चौपाई छंद तथा ताटंक छंद में गीत संकलित हैं । “दोहे मन को मोहे” में छंदाचार्यों व प्रतिभागियों द्वारा रचित दोहे हैं । सभी साहित्यकारों ने सौ-सौ दोहे रचें हैं ।

इसके बाद सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुति होगी जिसमें अपने परिचय तथा रचनाओं को वे बारी-बारी से मनहरण घनाक्षरी छंद , चौपाई छंद एवं ताटंक छंद के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे और हर प्रस्तुति के बाद कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री दिनेश रविकर द्वारा बारी-बारी से सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियों की समीक्षा करेंगे। प्रस्तुति के साथ ही उन्हें छंदोंबद्ध आमंत्रण, सम्मान एवं आभार सहित अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।

सम्मान की खासियत यह रहेगी कि स्मृति चिन्ह में छंद में परिचय लिखकर दिया जाएगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथियों व मुख्य अतिथि, अध्यक्ष द्वारा वक्तव्य दिया जाएगा, जिसमें वे इस कार्यक्रम के प्रति अपना दृष्टिकोण को रखेंगे। साथ ही साथ डॉ रागिनी भूषण जी एवं श्रीमति मंजू ठाकुर द्वारा छंदमाल्य-4 कार्यक्रम को अपनी समग्र दृष्टि से देखते समझते हुए इस पूरे कार्यक्रम की तैयारियों एवं आयोजन पर समीक्षात्मक व्याख्या की जाएगी। इस सत्र का संचालन रीना सिन्हा ‘सलोनी’ एवं डाॅ. रजनी रंजन के द्वारा किया जाएगा।

तीसरे सत्र में खुला मंच का आयोजन किया जाएगा। इस सत्र में शहर के गणमान्य कवि स्वतंत्र रूप से शामिल होंगे और वे सभी अपनी प्रस्तुति छंद में ही देंगे। प्रस्तुति देने वालों में शहर के कुछ नामी साहित्यकारों के नाम प्रस्तावित हैं। खुले मंच का छंदबद्ध संचालन आरती श्रीवास्तव एवं डॉ रजनी रंजन करेंगी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ प्रसेनजीत तिवारी के दोहों द्वारा किया जाएगा।

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