तिलक कुमार वर्मा
चाईबासा। छठ पूजा के तीसरे दिन श्रद्धालु डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य देने के लिए रोरो नदी व कुजू नदी के किनारे बने छट्ठ घाट पर इकट्ठा हुए। कोरोना के दो साल के बाद सभी सभी जगहों पर सूर्य आराधना का मुख्य पर्व छठ धूमधाम से मना।
अलग-अलग शहरों में शाम को सूर्य देवता को अर्घ्य दिया गया। कोरोना काल के दो साल के बाद शहर में कई स्थानों पर छठ पूजा की रौनक दिखी। ऐसी मान्यता है कि शाम को सूर्य देवता अपनी अर्धांगिनी देवी प्रत्युषा के साथ रहते हैं। इस कारण छठ पूजा में डूबते सूर्य की को अर्घ्य दिया जाता हैै।