चाईबासा। कला एवं संस्कृति भवन हरिगुटू,चाईबासा में आदिवासी हो समाज महिला महासभा की ओर से अध्यक्षा श्रीमति अंजु सामड की अध्यक्षता में मगे-पोरोब जगर-जपागर (संवाद) कार्यक्रम आयोजित किया गया । इस कार्यक्रम में विशेष रूप से स्कूल-कॉलेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों,प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थी और भाषा पर अध्ययन कर रहे लोगों ने हिस्सा लिया। सर्वप्रथम महासभा भवन परिसर स्थित सांकेतिक देशाऊली में आदिवासी “हो” समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय धर्म सचिव सोमा जेराई और प्रदेश सांस्कृतिक सचिव जगन्नाथ हेस्सा ने संयुक्त रूप से बोंगा-बुरू किया । परिचय-सत्र के बाद जगर-जपागर कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले लोगों को प्रसाद के रूप में डियंग का सेवन कराकर स्वागत किया गया और “डियंग पे चर्चा” के साथ ही मगे-पोरोब जगर-जपाकर को लेकर शुभारंभ किया गया । संचालन के शुरूवात में ही नयी पीढ़ी और विद्यार्थियों द्वारा अपने-अपने गाँव के मगे पोरोब से प्राप्त सांस्कृतिक समझ,ज्ञान और अनुभवों को शेयर कराया गया । इसके सांस्कृतिक मान्यताओं पर गहन संवाद हुआ । विगत 27-28 जनवरी को हाटगम्हरिया में आदिवासी “हो” समाज महासभा के वार्षिक अधिवेशन-सह-दियुरी सम्मेलन में विभिन्न गाँव के दियुरियों के साथ तय किये गये मगे-पोरोब की सांस्कृतिक महत्वों और उनके अनुष्ठानों जैसे बोड़ोबोंजी-अनादेर,ओतेइली,गौमारा,हे:सकम,गुरि: लोयो,मरांग मगे पोरोब,बसि पोरोब-जतरा बोंगा और हर मगेया के बारे में आपसी-संवाद हुआ ।संवाद के माध्यम से विभिन्न सांस्कृतिक और पारंपरिक विशेषता के बारे में पूर्व डिप्टी स्पीकर श्री देवेन्द्र नाथ चांपिया,साहित्यकार सह महासभा के पूर्व महासचिव श्री घनश्याम गागराई,पूर्व अध्यक्ष मधुसुदन मारला,सेवानिवृत संगठन के उपाध्यक्ष बागुन बोदरा,महासभा के पूर्व उपाध्यक्ष कृष्णा बिरूली,महासभा अध्यक्ष मुकेश बिरूवा,उपाध्यक्ष बामिया बारी,महासचिव सोमा कोड़ा,शिक्षा सचिव जवाहर लाल बंकिरा,संयुक्त सचिव छोटेलाल तामसोय,सह कोषाध्यक्ष मानसिंह सामड,सिकंदर बिरूली आदि गणमान्य लोगों के द्वारा विशेष जानकारियाँ दिया गया । इसके साथ ही डियंग का बोंगा-बुरू के साथ-साथ इसके सांस्कृतिक और पारंपरिक मान्यता पर भी छात्रों को धार्मिक पृष्टभूमि अवगत कराया गया । कार्यक्रम के दौरान जवाहर लाल नेहरू युनिवर्सिटी से नये पीएचडीधारी एवं दिल्ली युनिवर्सिटी के असिसटेन्ट प्रोपेसर डॉ बलभद्र बिरूवा को महासभा परिवार और गणमान्य लोगों के द्वारा उनके उपलब्धि पर सम्मानित किया गया ।इस अवसर पर आदिवासी हो समाज महिला महासभा उपाध्यक्ष श्रीमति नगेश्वरी जारिका,सचिव विमला हेम्ब्रम,आदिवासी हो समाज युवा महासभा के उपाध्यक्ष इपिल सामड,पूर्व अध्यक्ष भूषण पाट पिंगुवा,महासचिव गब्बरसिंह हेम्ब्रम,प्रदेश साहित्यकार सदस्य दांसर बोदरा,दियुरी सदस्य बबलू बिरूवा,जिलाध्यक्ष गलाए चातोम्बा,कोषाध्यक्ष सत्यव्रत बिरूवा,पूर्व सदर अनुमंडल अध्यक्ष शेरसिंह बिरूवा,उपाध्यक्ष अयान सुंडी,मझगाँव प्रखंड अध्यक्ष अनिल चातर,उपाध्यक्ष नंदलाल तिरिया,टोन्टो प्रखंड अध्यक्ष विष्टुम उर्फ राजेश लागुरी,डॉ दुलमू बिरूली,जुरिया सिंकू,लालमोहन सिंकू,हीरामनी पाड़ेया,शीतल पिंगुवा,ओएबन हेम्ब्रम,अशीष तिरिया,सत्येन्द्र लागुरी,टाटाराम सामड,हरिचरण हाईबुरू,शकुंतला गुईया,सोना सेलेम हासदा,सोनी तिरिया,प्रमिला बिरूवा,कस्तुरी पिंगुवा,अस्मिता बिरूवा,दूदूगर पिंगुवा,सुनिता बिरूली आदि लोग मौजूद थे ।