चाईबासा। झारखंड में हो आदिवासी समाज से आने वाले जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू को अपने क्षेत्र में हमेशा सक्रिय रहे हैं। सिंकू झारखंड अलग राज्य के लिए आंदोलनकारी भी रहे हैं, जिसके चलते उन्हें 18 महीने तक उड़ीसा के चंपुआ जेल में रहना पड़ा था। अपने क्षेत्र की आम जनता की समस्याओं के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और जनता की समस्याओं का समाधान भी कराते हैँ। यह बातें झारखंड राज्य भ्रष्टाचार-राज्य भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष गणेश प्रसाद ने कहीं। उन्होंने कहा कि सोनाराम सिंकू चाहे आदिवासी समाज हो या गैर आदिवासी समाज सब की समस्याओं को सुनते हैं और उसका निराकरण करने का प्रयास करते हैं। गणेश प्रसाद ने कहा कि झारखंड की चंपई सोरेन सरकार को आदिवासी हो समाज से आने वाले सोनाराम सिंकू जैसे जनप्रतिनिधि को झारखंड सरकार मंत्रिमंडल में सेवा करने का मौका मिलना चाहिए, ताकि जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्य और भी तेज गति से हो सके और जनता की समस्याओं का निदान हो सके।
Related Articles
सिंहभूम वरिष्ठ केंद्रीय नागरिक समिति की ओर से मंत्री रामदास सोरेन का किया गया स्वागत अभिनंदन
December 22, 2024
नशे के खिलाफ जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई
December 22, 2024