ग्रामीण कार्य विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल में नेता और बिचौलिया हावी
विधानसभा सत्र के एक दिन पहले ग्रामीण कार्य विभाग में अभियंताओं का स्थापना होने से नेता और बिचौलिया के साथ साथ अभियंताओं में बढ़ी बेचैनी।
jharkhand;गौरतलब है कि चंपई सोरेन सरकार के हटने के बाद हेमंत सोरेन के जेल से रिहा होने के बाद पुनः सरकार बनाने के कुछ ही दिनों में हेमन्त सोरेन सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री इरफ़ान अंसारी के निर्देश पर विभाग के द्वारा स्थापना किए जाने से अभियंताओं में काफ़ी खलबली मची है साथ ही मंत्री के नजदीकी नेताओं में पैरवी करते देखा जा रहा है। टेंडर मैनेज में कमिशन वसुली और ट्रासंफर पोस्टिंग में अभियंताओं से वसूली की गई करोड़ो राशि के पकड़े जाने के बाद जेल में बंद पूर्व विभागीय मंत्री आलमगीर आलम के कार्यकाल को याद किया जा रहा है। विपक्ष के एक बड़े नेता के कथानुसार इरफ़ान अंसारी भी आलम गिर आलम के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं। सूत्रो के अनुसार दो साल से कम वाले को भी हटाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है,ऐसा लगता है कि वसुली अभियान के तहत अचानक से स्थापना किया गया है। सूत्रो के अनुसार ग्रामीण कार्य विभाग में ईडी की पैनी नजर होने के बाद भी ट्रांसफर पोस्टिंग का उधोग धंधा बंद नहीं हो रहा है। विधानसभा सत्र कल से शुरू हो रहा है। स्थापना समिती में दो साल से कम समय वाले को हटाने पर विधानसभा में हंगामा खड़ा किए जाने की बात कही जा रही है। विपक्ष के नेता ने तंज कहते हुए कहा कि मात्र चार माह की सरकार में यह आखरी ट्रासंफर पोस्टिंग होगा, जिसकी जांच नई सरकार कराएगी। अचानक से आनन फानन में स्थापना किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
ग्रामीण कार्य विभाग में सहायक अभियंता से ऊपर कार्यपालक अभियंता और वरीय अभियंताओं का ट्रांसफर पोस्टिंग होने से पहले ही कोन कहां पदस्थापित हो रहा है, इसकी चर्चा जोरों पर है।
पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के कार्यकाल के बाद नई सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री का पहला ट्रांसफर पोस्टिंग किए जाने की चर्चाएं जोरों पर।