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ग्रामीण कार्य विभाग के माफिया अभियंता और ठिकेदारों की मिलीभगत से करोड़ो का टेंडर मैनेज करने के लिए एसबीडी में JV क्लॉज को हटाने का चर्चा जोरों पर

विभागीय मंत्री इरफ़ान अंसारी को पूर्व विभागीय मंत्री आलमगिर आलम की तरह फंसाने की हो रही साजिश?

रघुबंशमणि सिंह
रांची /जमशेदपुर।झारखंड सरकार के ग्रामीण कार्य विभाग में आज भी टेंडर मैनेज और करोडों कमिशन वसुली के मामले में जेल में बंद विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता बिरेंद्र राम और हाल में विभागीय मंत्री आलम गिर आलम और संजीव कुमार लाल के द्वारा टेंडर प्रक्रिया में वसूली गई करोड़ो रुपए की घटना करोडों कैश कांड का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ है, कि नई हेमन्त सोरेन की सरकार और विशेष कर ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री इरफ़ान अंसारी के देख रख में मुख्य अभियंता के कार्यालय से आमंत्रित कि गई निविदा में एसबीडी क्लॉज से जेवी यानी ज्वाइंट वेंचर को हटा दिया गया है। जबकि भारत सरकार और झारखंड सरकार के एसबीडी के जेवी क्लॉज के पेज को ही हटा दिया गया है, ऐसा लगता है कि मुख्य अभियंता के कार्यालय में टेंडर मैनेज करने और अपने चहेते ठिकेदार को काम देने के लिए जेवी क्लॉज को एसबीडी के निविदा शर्तों से हटाया गया है। मालूम हो कि बीस करोड़ से अधिक राशि की योजना में SBD में जेवी यानी ज्वाइंट वेंचर करने का नियम प्रावधान है।
पश्चिमी सिंहभूम जिला में पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर कि अनुशंसा में उग्रवाद प्रभावित छेत्र के अति महत्त्वपूर्ण सड़क निर्माण कुइरा, हाथी बुरु, हुसिपी, बोराई , मारादिरी सड़क निर्माण की स्वीकृति विभाग द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना अन्तर्गत दी गई है। इस योजना की लागत राशि 36 करोड़ से अधिक है। यह योजना ग्रामीण कार्य विभाग, कार्य प्रमंडल चाइबासा के अधीन है। यह सड़क मुख्य रूप से मनोहरपुर विधानसभा क्षेत्र और जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के साथ साथ चाइबासा विधानसभा क्षेत्र के कुछ क्षेत्र अन्तर्गत है। उग्रवाद प्रभावित छेत्र अन्तर्गत कनेक्टिविटी ऑफ रोड के तहत पुलिस अधीक्षक ने बहुत सारे सड़कों का प्रस्ताव डीएमएफटी के अधीन जिला प्रशासन को दिया गया है। इस प्रस्ताव को तत्कालिन मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के समय पारित किया गया है। इस सड़क के आमंत्रित निविदा सूचना संख्या 01/2024.2025/RWD/CHAIBASA एवम tender id 2824_RWD_88039_1 है, इसी निविदा में बड़े बड़े ठिकेदार विभाग के अभियंताओं को मैनेज कर गलत तरीके से काम लेने की कोशिश कर रहे हैं? एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या इरफ़ान अंसारी के कार्यकाल में भी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की घटना को दोहराया जा रहा है? सूत्रो की माने तो इरफान अंसारी अपने विभाग में किसी तरह का टेंडर प्रक्रिया में घोटाला और कमिशन वसुली का धंधा को पनपने नहीं देंगें। इस निविदा के SBD में जेवी यानी ज्वाइंट वेंचर क्लोज के पृष्ट को हटाने की भी जांच कराएंगे।

ग्रामीण कार्य विभाग में बीस करोड़ से अधिक की निविदा में टेंडर मैनेज करने के लिए एसबीडी के JV क्लॉज को हटाया गया।

ग्रामीण कार्य विभाग में ईडी सीबीआई की नज़र

क्या मंत्री इरफ़ान अंसारी के कार्यकाल में भी पहले की तरह टेंडर मैनेज और SBD के नियम शर्तों को किसी ठिकेदार को टेंडर देने के लिए नियम शिथिल किया जाएगा?

टेंडर मैनेज करने और कमिशन वसुली के मामला में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री आलमगीर आलम और संजीव कुमार लाल जेल में बंद हैं।

विभाग के माफिया कार्यपालक अभियंता और ठिकेदार की मिलीभगत से करोड़ो का टेंडर मैनेज करने के लिए एसबीडी में JV क्लॉज को हटाने का चर्चा जोरों पर, विभागीय मंत्री इरफ़ान अंसारी को पूर्व विभागीय मंत्री आलमगिर आलम की तरह फंसाने की हो रही साजिश?

SBD के नियम शिथिल करने का मामला उच्च न्यायालय में दर्ज कराई जा सकती है।

नियम शिथिल करने वाले पर हो सकती है करवाई, जांच के घेरे में ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता।

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