FeaturedJamshedpurJharkhand

कानुनी शिक्षा के मानको को बेहतर बनाने के लिए नई पीढ़ी के विधि कालेजो की प्रमुख भुमिका : राजेश शुक्ल

जमशेदपुर को- ओपरेटिव विधि महाविद्यालय के 21- 24 के सत्र का शुभारम्भ

जमशेदपुर: कोल्हान विश्वविद्यालय के संस्थापक सिंडीकेट सदस्य और जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के चेयरमैन राजेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि कानुन, विधिक शिक्षा और विधि विकास आधुनिक और विकासशील देशो मे अंतर सम्बंधित अवधारणा बन गए है।
श्री शुक्ल ने जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के 2021-24 के एल एल बी छात्रो के सत्र का आज शुभारम्भ करते हुए कहा कि कानुनी शिक्षा न केवल कुशल वकील पैदा करती है बल्कि आम लोगो के अपनेअधिकार कर्तव्य के प्रति जागरुक करती है।
श्री शुक्ल जो झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाइस चेयरमैन भी है ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मे सम्बोधित करते हुए कहा कि कानुनी शिक्षा न केवल वकीलो का सर्जन करने वाली होनी चाहिए बल्कि मजबूत समाजिक ढांचे के लिए एक कानुनी साधन के रूप मे होनी चाहिए।
श्री शुक्ल ने कहा कि कानुनी शिक्षा का महत्व कभी समाप्त नही हो सकता है लोकतांत्रिक समाज मे इस पर जोर दिया जाता है। आधुनिक समय मे कानुनी शिक्षा न केवल वकीलो की कौशल बढ़ाने वाली होनी चाहिए बल्कि इसे समाजिक ढांचे की मजबूती के लिए एक कानुनी साधन माना जाना चाहिए। कानुनी शिक्षा के मानको को बेहतर बनाने के लिए नई पीढ़ी के विधि कालेजो की प्रमुख भुमिका है।
श्री शुक्ल ने इस सत्र के छात्रो को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त किया कि जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय के छात्र अपनी प्रतिभा पुरी दुनिया मे दिखाएंगे और इस महाविद्यालय का नाम उच्चा करेंगे। उन्होने कहा की इस महाविद्यालय मे भी तेजी से आधारभूत संरचना बढ़ रही है। इसे बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया से स्थाई सम्बद्धता दिलाना लक्ष्य है। कोल्हान विश्वविद्यालय इस पर पुरी तरह गंभीर है।
ईस अवसर पर जमशेदपुर को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर कुमार सिंह ने कहा कि विधि के छात्र अच्छा वकील बनकर और आर्थिक रूप से कमजोर लोंगो को भी न्याय दिलाने मे अपनी भुमिका निभाए , आज इसकी बड़ी आवश्यकता है। इस महाविद्यालय के गौरवशाली इतिहास से प्रेरणा लेकर उसके अनुरुप गौरवशाली इतिहास बनाये।
कोल्हान विश्वविद्यालय की पुर्व डी एस डबलू और ग्रेजुएट और ए बी एम कॉलेज की पुर्व प्राचार्या डॉ प्रोफेसर उषा शुक्ला ने कहा कि भाषा पर पकड़, प्रभावशाली तर्क और कानुनी ज्ञान पाकर ही वकालत पेशे मे सफलता की तरफ अग्रसर हो सकते है। उन्होने सभी छात्रो को बधाई दी।
जमशेदपुर को-ऑपरेटिव विधि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ जितेन्द्र कुमार ने विस्तार से छात्रो को विधि शिक्षा के सभी पहलुओं से अवगत कराते हुए सभी छात्रो से नियमित कक्षाओ मे उपस्थित रहने और पुरी लगन और मेहनत से विधि शिक्षा गृहण करने पर जोर दिया। डॉ कुमार ने महाविद्यालय के चेयरमैन और कोल्हान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सिंडीकेट सदस्य श्री राजेश कुमार शुक्ल की प्रशंसा करते हुए कहा की श्री शुक्ल के सहयोग से ही इस महाविद्यालय को आज इतनी उच्चाई मिल पाई है। उन्होने आशा व्यक्त किया कि श्री शुक्ल का सदैव मार्गदर्शन मिलेंगा।
कार्यक्रम को जमशेदपुर को-ऑपरेटिव महाविद्यालय के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार रवानी और अधिवक्ता श्री अमित कुमार सिंह ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम मे इस महाविद्यालय के विधि की प्राध्यापक डॉ अंजू देवी, और डॉ कमल कान्त शुक्ला भी उपस्थित थे। इस अवसर पर सभी छात्र और छात्राओं को संविधान की उद्देशिका का संकल्प पढ़ाकर उस पर चलने का संकल्प कराया गया। कार्यक्रम का संचालन विधि के प्राध्यापक संजीव विरुल ने किया, धन्यवाद ज्ञापन विधि के प्राध्यापक डॉ आनन्द कुमार ने किया।

Related Articles

Back to top button