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सिंहभूम लोकसभा सीट पर अब झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी की होगी भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा से सीधी टक्कर

मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की प्रतिष्ठा लगी दाव पर, मंत्री दीपक बीरुवा और झामुमो विधायकों ने चुनाव में बढ़त नहीं दिलाई तो कट सकता है अगला विधानसभा चुनाव में टिकट

रघुबंश मणि सिंह
चाईबासा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय नेतृत्व ने सिंहभूम लोकसभा सीट से मनोहरपुर विधान सभा क्षेत्र के विधायक जोबा मांझी को प्रत्याशी बना कर जिला झामुमो में चल रहे गुटबाजी को समाप्त करने का काम किया है। वहीं बाहरी भीतरी प्रत्यासी के विरोध पर भी पुर्नविराम लगाने का काम किया है। झामुमो में एक लम्बे समय से खरसावां विधान सभा क्षेत्र के विधायक दशरथ गगराई को टिकट दिए जाने की चर्चा जोरों पर थी। यहां तक की दशरथ का नाम को फाइनल माना जा रहा था, लेकिन जिला कमिटी के सचिव सोना राम देवगम के द्वारा भारी विरोध साथ ही जिला अध्यक्ष सुखराम उरांव के कड़े और तीखे तेवरों से केंद्रीय नेतृत्व दशरथ के जगह जोबा मांझी को फाइनल करने का फैसला को अंजाम देते हुए जोबा मांझी के नाम की घोषणा की गई है।

झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी जोबा माझी
जोबा मांझी दिवंगत शहीद देवेंद्र मांझी की पत्नी होने का राजनीतिक लाभ हमेशा मिलता रहा है। शहीद देवेंद्र मांझी का कोल्हान पोड़ाहाट के साथ साथ सारंडा छेत्र में काफी मजबूत पकड़ होने के कारण पांच बार मनोहरपुर विधान सभा क्षेत्र से विधायक रहीं हैं। बिहार और झारखंड में कई बार मंत्री भी रहीं हैं। जोबा मांझी की ईमानदारी और सादगी सबसे बड़ी पहचान है। जोबा के ईमानदार छवि और सादगी के कारण सभी राजनीतिक दल के नेता इनकी आलोचना करने से बचते हैं।
भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा
सिंहभूम लोकसभा सीट से महिला सशक्तिकरण को मजबूत बनाने के लिए जोबा मांझी को प्रत्याशी बना कर वर्तमान सांसद और भाजपा के प्रत्याशी गीता कोड़ा को सीधी टक्कर देने के लिए मैदान में उतारा है। जहां कोड़ा दंपत्ति की राजनीतिक पकड़ को चुनौती देने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन और कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ ने रणनीति के तहत जोबा मांझी को सिंहभूम लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। सूत्रों की माने तो इस लोकसभा में जेएमएम के सभी विधायक को अपने विधानसभा क्षेत्र में भाजपा से अधिक से अधिक मतों से जोबा मांझी को लीड दिलाने का टास्क दिया गया है। यहां तक कहा जा रहा है कि जिस विधान सभा से भाजपा प्रत्याशी से कम मत मिलेगा, उस विधायक को पुनः टिकट देने पर विचार नहीं किया जायेगा। ऐसा माना जा रहा है कि जेएमएम इस चुनाव को सेमीफाइनल के लिए लड़ रही है। इसलिए स्वाभाविक है की आसन विधानसभा चुनाव को फाइनल मान रही है। सिंहभूम लोकसभा छेत्र में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र है जहां से मुख्य मंत्री चंपई सोरेन हैं, जिसकी प्रतिष्ठा दांव पर होगी। साथ ही चाइबासा विधानसभा से तीन बार लगातार विधायक बनने और चंपई सोरेन सरकार में कल्याण मंत्री की भी लोकप्रियता का सवाल खड़ा होता दिख रहा है। कांग्रेस पार्टी ने अपने आला कमान के आदेश पर अपने परंपरागत सीट को जेएमएम की देकर कोड़ा दंपति को राजनीतिक हानि पहुंचाने का काम किया है।
जोबा मांझी को सिंहभूम लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाने के लिए कल्पना सोरेन की जोरदार समर्थन मिलने से हेमन्त सोरेन ने जोबा मांझी के नाम पर मोहर लगाने की बात सामने आ रही है।

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