गंगा जमुनी संस्कृति की मिसाल बनी जमशेदपुर की बेटी सुमैया शमीम
जमशेदपुर। गंगा जमुनी संस्कृति की मिसाल बन गई है जमशेदपुर शहर की बेटी सुमैया शमीम। सर्वधर्म के सम्मान में भजन, नात, सबद और कोरल गीत की प्रस्तुति से सबकी आंखों का तारा बन गई है। इस साल छठ में शारदा सिन्हा का गीत नदिया के तीरे तीरे… की उसकी प्रस्तुति यू-ट्यूब पर काफी चर्चा में है। सुमैया का छठ पर यह चौथा गीत है। उभरती गायिका सुमैया शमीम मानगो मैनेजर खान फ्लैट में रहती है। डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल की स्टैंडर्ड 10 की छात्रा है। वरिष्ठ पत्रकार मो. शमीम और गृहिणी साबरा खातून की बेटी सुमैया का रुझान शुरु से संगीत की ओर था। गुड्डे गुड़ियों से खेलने की उम्र में टीवी चलाकर इंडियन आईडल का प्रोग्राम देखने लगी। माता-पिता और बड़ी बहन सारा शमीम ने सुमैया के संगीत प्रेम को परवान चढ़ाया। सुमैया को पहला मौका 24 दिसंबर 2016 को प्लेबैक सिंगर मो. रफी के जन्मदिन पर संगीत संध्या में मिला। पहली सार्वजनिक प्रस्तुति के बाद सुमैया शमीम पीछे मुड़कर नहीं देखी। लता मंगेश्कर के जन्मदिन और मुकेश के बरसी पर संगीत संध्या में नियमित गाने लगी। सुमैया के चेहरे पर एक नूर टपकता है और कंठ में मानो सरस्वती विराजमान है। एक कार्यक्रम में पहुंची फेमस बॉलीवुड सिंगर पलक मुच्छल, सुरेश वाडेकर, शब्बीर कुमार, नकाश अजीज ने भी सुमैया शमीम की हौसला अफजाई की थी। सुमैया की जिंदगी का सबसे हसीन पल था, जब उसने मिलेनियम सांग के गीतकार संतोष आनंद को जमशेदपुर प्रवास के दौरान अगस्त 2019 में एक प्यार का नगमा है गीत सुनाया। 2019 में अमिताभ बच्चन के जन्मदिवस पर रवींद्र भवन में संगीत संध्या में फेमस बॉलीवुड सिंगर शब्बीर कुमार की उपस्थिति में अभिमान फिल्म का गीत अब तो है तुमसे हर खुशी अपनी गाकर सबको मोहित किया। सुमैया शमीम ने 2019 डीबीएमएस सुपरसिंगर्स में भी धमाल मचाया। जूनियर श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया। 2018 में सूर्यधाम मंदिर टाउन हाल मैदान में छठ के मौके पर पहिले पहिल हम कईनी छठी मैया बरत तोहार गीत पेश किया। तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास और प्लेबैक सिंगर सुरेश वाडेकर ने शाबासी दी। धनबाद के काला हीरा फेसबुक पेज पर ऑनलाइन छठ गीतों की प्रस्तुति दी। 2019 में फिल्म निर्माता निर्देश इम्तियाज अली के सामने एक कार्यक्रम में अगर तुम साथ हो पेश किया।