खालिस्तानी’ मामले पर करवाई नहीं होने पर सीजीपीसी बंगाल में करेगी धरना प्रदर्शन: शैलेन्द्र सिंह
सीजीपीसी ने उपायुक्त के माध्यम से ममता बनर्जी को भेजा ज्ञापन
जमशेदपुर। पश्चिम बंगाल कोलकाता में एक आईपीएस सिख अधिकारी सरदार जसप्रीत सिंह को खालिस्तानी कहे जाने वाला मामला तुल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी ने सरदार शैलेंद्र सिंह ने नेतृत्व में घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, यदि कार्यवाई नहीं होती है तो सीजीपीसी पश्चिम बंगाल जाकर न्याय के लिए धरना प्रदर्शन करेगी।
इस बाबत पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम एक ज्ञापन गुरुवार को उपायुक्त के कार्यालय में सौंपा गया है। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैंन सरदार शैलेंद्र सिंह के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन कहा गया है कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली का दौरा करने से रोकने के लिए दमखाली में तैनात आईपीएस सिख अधिकारी सरदार जसप्रीत सिंह को भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी एवं अन्य द्वारा ‘खालिस्तानी’ कहा गया, यह बहुत निंदनीय है और भारत की संवैधानिक सीमाओं का उल्लंघन है। सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने तल्ख़ तेवर दिखाते हुए कहा इस घटना से केवल सिख ही नहीं, पश्चिम बंगाल राज्य की जनता के साथ-साथ पुर देश शर्मसार है। शैलेंदर सिंह ने बोला कि इससे केवल सिखों का ही नहीं बल्कि देश की नौकरशाही का भी अपमान हुआ है।
ज्ञापन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस प्रकरण के दोषियों को तत्काल कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की है और यह भी कहा गया है कि अगर दोषियों पर कानूनी कार्यवाही नहीं की जाती है तो झारखंड एवं जमशेदपुर के सभी गुरुद्वारा कमेटियों के प्रतिनिधि पश्चिम बंगाल के रहने वाले सिखों के साथ मिलकर कोलकाता में धरना प्रदर्शन करेंगे।
साथ में यह भी कहा गया है इस दौरान अगर कोई अप्रिय घटना घटती है तो उसकी जिम्मेदारी पश्चिम बंगाल सरकार की होगी सीजीपीसी के चेयरमैंन सरदार शैलेंद्र सिंह ने कहा कि सिख एक देशभक्त कौम है जिसका उदाहरण के रूप में उन्होंने बताया कि पंजाब के हर घर से नौजवान एवं युवतियां फौज में कार्यरत है। उन्होंने प्रधानमंत्री से ऐसी हरकतें करने वाले नेताओं को पार्टी से निकालना एवं कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का भी अनुरोध किया है। महासचिव अमरजीत सिंह ने देश के सभी नौजवानों से चाहे वह किसी धर्म विशेष से हो उनसे अपील कि वे सोची समझी आपसी भाईचारे को खत्म करने वाली साजिश से सचेत रहें।
ज्ञापन सोपने वाले प्रतिनिधिमंडल में सीजीपीसी के चेयरमैंन सरदार शैलेंद्र सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, सुखदेव सिंह बिट्टू, हरजिंदर सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, लखविंदर सिंह, रविंदर सिंह, परविंदर सिंह सोहल, कुलविंदर सिंह पन्नू, सुखवंत सिंह सुखु, सुरजीत सिंह, जगतार सिंह नागी, हरविंदर सिंह गुल्लू, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, बलजीत कौर, बलविंदर कौर, मनजीत कौर, इंद्रजीत कौर समेत कई लोग शामिल थे।