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कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार के बाद हत्या के आरोपियों को मिले कड़ी सजा

जमशेदपुर। कलकत्ता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रात्रि ड्यूटी में कार्यरत लेडी डॉक्टर के रेप और दरिंदगी के एक माह बीतने पर भी, न्याय का कोई दृढ़ता का आसार नहीं दिख रहा है। यह भारतीय न्याय पद्धति पर बड़ा प्रश्न है। फास्ट ट्रैक से शीघ्र ही अपराधियों को कठिन से कठिन दंड,तथा मेडिकल कॉलेज अस्पताल आदि में सुरक्षा की दृढ़ व्यवस्था के लिए फेडेरेशन ऑफ आब्सट्रेटिक‌‌‌ एंड गाइनेकोलॉजिस्ट सोसाइटी अॉफ इंडिया के राष्ट्रीय आवाहन पर आज 9 सितंबर 2024 को जोग्स ( जमशेदपुर आब्सटेट्रिक्स एवं गायनीकोलोजिस्ट सोसाइटी ,) के स्त्रीरोग विशेषज्ञों ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन आई एम ए हॉल में प्रेसिडेंट जोग्स डॉ बिनोद अग्रवाल, डॉ सरिता कुमारी- सेक्रेटरी, उपाध्यक्ष डॉ स्वाति सिंघल , उपाध्यक्ष डॉ वलसला , मीडिया एवं कल्चरल प्रभारी- डॉ आशा गुप्ता, आई एम ए के महामंत्री डॉ सौरभ चौधरी, डॉ रंजना जोशी,डॉ वनिता सहाय, स्त्रीरोग विषेशज्ञ डॉ रेणुका चौधरी, डॉ इंदु चौहान, डॉ सुभद्रा मल्लिक, डॉ संयुक्ता नंदा, डॉ पंतोबी, डॉ प्रीति मोहन और अन्य स्त्रीरोग विशेषज्ञ तथा आई एम ए के डॉ विनोद शर्मा, डॉ अरूण कुमार, रोटेरियन डॉ मंजू सिंह, बहुभाषीय साहित्य संस्था की शिक्षिका पुष्पांजलि मिश्रा, कोशिश एक..आशा की सदस्य श्रीमती सरिता सिंह, जोग्स की कार्यकारिणी सदस्य पद्मा और अन्य उपस्थित थीं।
यह बहुत ही दुखद और पीड़ा भरी सोचनीय स्थित है कि कार्यस्थल पर एक महिला ट्रेनिंग डॉ की इतनी दरिंदगी से रेप और हत्या होती है।और उसको सुलझाने की कार्यवाही देर से शुरू होती है।और अपराधियों को बचाया जाता है,और अभया को एक माह तक न्याय नहीं मिलता है। यदि रात्रि में कार्यरत डॉक्टर के साथ ऐसा है,तो समाज में बच्चियों लड़कियों और महिलाओं भी सुरक्षित नहीं है। दिन पर दिन ऐसे अपराधियों की संख्या बढ़ती जा रही है।यह आवश्यक है की कठोर सजा शीघ्र ही मिले। स्त्री की रक्षा समाजिक , न्यायिक और सरकारी जिम्मेदारी है,जिसकी हमारे देश में भारी कमी है। विदेशों में भी इसकी भर्त्सना हो रही है। किसी भी देश में डॉक्टरों के साथ ऐसा नहीं होता। सभी डॉक्टर्स ने अपनी बातें दृढ़ता से कहीं कि ऐसी स्थिति में हम सबों को मानव सेवा के लिए रात्रि ड्यूटी पर विचार करना होगा। कार्य स्थल पर सीरियस मरीज आते हैं ।और उनके परिजन उग्र रहते हैं ,तो फिर डॉक्टर को ही झेलना पड़ता है ,फिर रक्षा कैसे होगी । अभया को शीघ्र न्याय मिले अपराधियों को कठोरतम दंड ।
@डॉ आशा गुप्ता
स्त्रीरोग विशेषज्ञ,
मीडिया एवं सांस्कृतिक प्रभारी,जोग्स

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