कोड़ा दंपति के प्रभाव वाले सारंडा के गांवों में झामुमो ने सक्रियता बढ़ाई
चाईबासा ।2024 लोक सभा चुनाव के मद्देनजर जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत सारंडा रिजर्व वन क्षेत्र के गांवों समेत विभिन्न पंचायतों में झामुमो ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। झामुमो के पदाधिकारी व कार्यकर्ता जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सोरेन के नेतृत्व में विभिन्न गांवों का दौरा कर रही है। सभी गांव में युवाओं व महिलाओं को अपने साथ जोड़ते हुए संगठन का विस्तार करने में भी लगे हैं।
झामुमो की यह सक्रियता कांग्रेस, खासकर सांसद गीता कोड़ा एवं पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की परेशानी बढ़ा सकती है। सारंडा के प्रायः गांव प्रारम्भ से हीं कोड़ा दम्पत्ति का गढ़ रहा है। यहां से कोड़ा दम्पत्ति को खुलकर लोग अपना वोट देते आ रहे हैं। लेकिन इस बार पश्चिम सिंहभूम जिला कांग्रेस व झामुमो संगठन में खुलकर विवाद बढ़ा हुआ है। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ता व पदाधिकारी एक-दूसरे के खिलाफ गठबंधन धर्म का पालन नहीं करने, पार्टी कार्यकर्ताओं को उपेक्षा करने, विकास योजनाओं में भागीदारी नहीं देने आदि का खुलेआम आरोप, प्रत्यारोप लगा रहे हैं। दूसरी तरफ झामुमो यह अंदेशा जता रही है कि 2024 चुनाव से पूर्व कोड़ा दम्पत्ति भाजपा का दामन थाम सकती है। अगर ऐसा हुआ तो पश्चिम सिंहभूम में कांग्रेस का संगठन पूरी तरह से खत्म हो जायेगा। झामुमो हीं गठबंधन का मुख्य पार्टी हो जायेगी, क्योंकि इस संसदीय सीट क्षेत्र से झामुमो के पांच विधायक है। सिर्फ जगन्नाथपुर विधानसभा सीट पर कांग्रेस से सोनाराम सिंकु विधायक हैं और वो कोड़ा दम्पत्ति के करीबी हैं। हालांकि कोड़ा दम्पत्ति कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने की बात का हमेशा खंडन करते आ रहे हैं।