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प्राकृतिक का पर्व सरहुल चाईबासा और आसपास के क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया, सरहुल के मौके शामिल हुए मंत्री दीपक बिरुआ एवं सांसद गीता कोड़ा

चाईबासा।आदिवासी उरांव सरहुल पूजा समिति की ओर से मेरी टोला में गुरुवार को हर्षोल्लास के साथ प्रकृति पर्व सरहुल मनाया गया। मौके पर मुख्य अतिथि के मंत्री दीपक बिरुवा और विशिष्ट अतिथि सांसद गीता कोडा शामिल हुए।इस अवसर पर सरहुल शोभा यात्रा निकाला गया। शोभायात्रा का उद्घाटन मंत्री दीपक बिरूवा और सांसद गीता कोडा ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।इस मौके पर मंत्री दीपक बिरूवा ने क्षेत्र की सुख, शांति, समृद्धि, हरियाली, अच्छी फसल व वैश्विक महामारी से बचाव के लिए मंगलकामना की। कहा कि यह परंपरा पूर्वजों के जमाने से चली आ रही है। इस परंपरा को उत्सव रूप में मनाकर नई पीढी के लोगों को सरहुल व पर्यावरण का महत्व बताना है।
आदिवासी समुदाय के लोगों का प्रकृति से प्रेम व अटूट रिश्ता होने के कारण ही पर्यावरण व संस्कृति को अब तक सहेज कर रखा गया है। हम सभी को वातावरण की शुद्धता के लिए पेड़-पौधे लगाना होगा। हमारा जीवन प्रकृति से जुड़ा हुआ है। यह पर्व हमें प्रकृति व संस्कृति से जोड़े रखती है।
सांसद गीता कोडा ने सभी को सरहुल की बघाई।वहीं समाज की पुरुष-महिलाएं व युवतियां परंपरागत वेशभूषा में सरहुल महोत्सव में शामिल हुए। इसके पूर्व आयोजन समिति की ओर से मुख्य अतिथि समेत अन्य अतिथियों को पगड़ी पहनाकर, अंग वस्त्र एवं पौधा देकर सम्मानित किया। मौके पर पूर्व मंत्री बड़कुवर गागराई, पूर्व नगर पर्षद अध्यक्ष गीता बालमुचू,समाजसेवी नितिन प्रकाश, लक्ष्मी बरहा,सुभाष बनर्जी समेत भारी संख्या में उरांव समाज के महिला, पुरुष और बच्चे शामिल थे। शौभायात्रा मेरी टोला से निकाला गया और शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करते हुए मेरी टोला आ कर खत्म हुआ। शौभायात्रा में सभी सातों अखाड़ा के लोग शामिल थे। पुलिस केंद्र चाइबासा से भी पुलिस कर्मियों के द्वारा सरहुल शौभायात्रा निकाला गया।

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