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कुजू डैम आदिवासी-मूलवासियों के मौलिक अधिकारों को छीनता है और न्यून करता है : बिर सिंह बुड़ीउली

चाईबासा। राजनगर प्रखंड अंतर्गत कुजू पंचायत के मौजा बंदोडीह में ईचा खरकई बांध विरोधी संघ,कोल्हान के बैनर तले अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली की अध्यक्षता में जन जागरण सह जनाआंदोलन चलाया गया। अभियान शुभारंभ भगवान वीर शहीद बिरसा मुंडा की 105वीं शहादत दिवस पर श्रद्धा सुमन कर श्रद्धांजलि दे कर की गई। वीर शहीद धरती आबा के बलिदान को नमन कर उनके रह पर चलते हुए ईचा डैम को निरस्त करने का संघ ने संकल्प लिया। जनांदोलन सह श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए संघ के अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली ने कहा कि ईचा डैम 126 गांव के आदिवासी मूल निवासियों एंव उनके पीढ़ियों को संविधान उद्देशिका प्राप्ति से दूर करता है। मौलिक अधिकारों को छीनता है न्यून करता है। यह संविधान के उपबंधों से असंगत है। नियम अधिनियमों रूढ़ी प्रथा विधि के विरुद्ध है। डैम से झारखंड और उड़ीसा के आदिवासी और मूलवासी विस्थापित हो जाएंगे। सचिव सुरेश सोय और उपाध्यक्ष रेयांस सामड ने भी सभा को संबोधित करते हुए अपने विचारों से ग्रामीणों को अवगत कराया। आने वाले भविष्य में डैम आंदोलन की लड़ाई में तन मन और धन से अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की गई। आज जनांदोलन में मुख्य रूप से सचिव सुरेश सोय उपाध्याक्ष रेयांस सामड, सहसंयोजक योगेश कालुंडिया,मीडिया सचिव रविंद्र अल्डा, सहकोषाध्यक्ष बिरसा गोडसोरा,मनसा बोदरा,सुनील बाड़ा, दुलु अल्डा,अरमान सिंह अल्डा,बिरसा तापे, जोंडको आल्डा, डोबरो मुंडुईया,हरिपति तियु,अमर सिंह कुंटीया,दिवाकर खंडाइत, कांतो अल्डा, जिंगी,रीना,लक्ष्मी,जानकी अल्डा, मिरजू,सोमबारी,पालो,सरिता आदि आंदोलकारी और खुटंकट्टी रैयतगण आदि उपस्थित थे।

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