काले की माता के अंतिम अरदास में शामिल हुए हज़ारों ने दी श्रद्धांजलि
जमशेदपुर। भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता एवं प्रसिद्ध समाजसेवा अमरप्रीत सिंह काले की मां सरदारनी बलवंत कौर खनूजा के स्वर्गवास पर आज साकची गुरुद्वारा में पुण्यआत्मा की शांति के लिये अंतिम अरदास (श्राद्ध) और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ। इसके पूर्व उनके आवास पर परसो आरंभ हुआ अखंड साहिब पाठ संपन्न हुआ। साकची गुरुद्वारा में एक घंटे के सब्दकीर्तन और अरदास के बाद श्रद्धांजलि सभा हुई तथा गुरु का लंगर चला। ॉ
श्रद्धांजलि सभा में समाज के सभी तबके के लोग उपस्थित हुए। खासकर जन प्रतिनिधि और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों की उपस्थिति रही। जमशेदपुर से बाहर रांची, डाल्टेनगंज, धनबाद, बोकारो , हज़ारीबाग़ , कोडरमा , रामगढ़ आदि कई स्थानों के अलावे दिल्ली , आगरा , लखनऊ , मुंबई , हैदराबाद , आदि से भी शुभचिंतक और मित्र उपस्थित हुए। पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी सीधे दिल्ली से और विधायक विरंची नारायण बोकारो से लंगर में शामिल होने के लिये पहुंचे। इसके पहले गुरुद्वारा में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में राज्य के स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता, पूर्व सासंद (धनबाद) पशुपति नाथ सिंह, विधायक सरयू राय, विधायक मंगल कालिंदी,पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की धर्मपत्नी श्रीमती मीरा मुंडा, पूर्व विधायक रामचंद्र सहिस,सीजीपीसी प्रधान भगवान सिंह, झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, अल्प संख्यक आयोग के पूर्व सदस्य गुरविंदर सिंह सेठी(रांची), आदि अपने उद्गार व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दी और काले परिवार की एकजुटता और सहृदयता और समाज के प्रति समर्पण का उदाहरण पेश किया। विधायक मंगल कालिंदी ने कहा काले को देखकर पता चलता है कि उनकी मां कैसी होंगी। काले जिस ढंग से जरुरतमंदों की मदद करते हैं, उसी तरह उनका पूरा परिवार भी समाज के प्रति यही भाव रखता है। पूर्व सांसद पीएन सिंह ने कहा कि वे लगभग 22 वर्षो से इस परिवार के बीच आते हैं। शायद ही कोई ऐसा साल रहा हो जब वे काले द्वारा आयोजित हर हर महादेव सेवा संघ की अंतिम सोमवारी के कार्यक्रम में शामिल न हुए हों। भगवान सिंह ने कहा कि समस्त खनूजा परिवार खासकर काले के पिता हरजीत सिंह खनूजा हमेशा सामाजिक कार्यो में तत्पर रहते थे। उन्होंने चारो भाइयों त्रिलोचन सिंह पम्मी, दलजीत सिंह राजे, अमरप्रीत सिंह काले और रणवीर सिंह बब्बू के एकजुट रहने का उदाहरण दिया। सरदार शैलेंद्र सिंह ने साकची गुरुद्वारा के ड्योढी साहिब की स्थापना को काले के पिता जी का कीर्तिमान बताया। श्रीमती मीरा मुंडा ने कहा कि उन्हें चाई जी(काले की माताजी) से हमेशा आशीर्वाद मिलता रहा। भावुक होने के कारण उनका गला रुध गया था। बीबी इंदरजीत कौर ने दिवंगत सरदारी बलवंत कौर खनूजा की स्मृति में परिवार को एक प्रतीक स्वरुप चित्र प्रस्तुत किया। साकची गुरुद्वारा के प्रधान निशान सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पूर्व सुबह अखंड पाठ के समापन के मौके पर भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र त्रिपाठी ने श्री काले के आवास पर पहुंचकर अपनी संवेदना व्यक्त की। उनके साथ महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा, नीरज सिंह, मनोज सिंह, आदि भी आये थे।
अंतिम अरदास के मौके पर खनूजा परिवार की ओर से शहर के कई धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के लिए माँ की तरफ़ से छोटा सा सहयोग प्रदान भी किया गया। अंतिम अरदास में टाटा स्टील , टाटा मोटर्स वि कई उद्योगों के पदाधिकारियों , कई अख़बारों के संपादकों के अलावा प्रमुख लोगों में डा दिनेशानंद गोस्वामी, बारी मूर्मू , शैलेंद्र सिंह , चैम्बर के अध्यक्ष विजय आनंद मुनका , कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष विजय खां, रवींद्र झा, कांग्रेस के अजय सिंह,शिवशंकर सिंह, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष गुरमीत सिंह तोते, महासचिव आर के सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामाश्रय प्रसाद, भाजपा नेता भरत सिंह, योगेश मल्होत्रा, सतवीर सिंह सुमो, पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह, चंचल भाटिया, धर्मेंद्र सोनकर, कल्याणी शरण, एसडीएसएम के दिवाकर सिंह, रेमेश हांसदा, आलोक पाठक, रवींद्र जी, शिवाजी , प्रभाकर सिंह , काली शर्मा आदि उपस्थित थे।
अंतिम अरदास और लंगर में शामिल होनेवाले अन्य प्रमुख लोगों में जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, टाटा स्टील के वीपी सीएस चाणक्य चौधरी, जिला पार्षद कुसुम पूर्ति, देवयानी मुर्मू, लखन मार्डी, उदय सिंहदेव, बिल्डर आदि कई राजनीतिक, सामाजिक , व्यावसायिक व पत्रकारिता से जुड़े असंख्य नामचीन हस्तियाँ शामिल हुई।