बिहार पटना । समाजसेवि श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि कायस्थ समाज को दिखाना होगा कि हमारी ताकत क्या है भले ही संख्या बल में कायस्थ समाज कम हो लेकिन बुद्धिजीवी होते हैं! लेकिन इसके बावजूद भी कुछ कायस्थ समाज के लोग राजनीतिक दल के आगे पीछे गुलाम की तरह घूमते हैं। श्रीमती सिन्हा ने कहा कि अगर कायस्थ समाज के गरीब दबे कुचले लोगों की अगर चिंता है तो राजनीतिक दल के आगे पीछे जी हजूरी करना बंद करें। और सभी कायस्थ समाज एक मंच पर आकर दिखाएं कि हमारी ताकत क्या है। राजनीतिक दल खुद-ब-खुद घुटनों के बल हमारे सामने झुकेंगे। लेकिन इसके लिए सबसे पहले उन कायस्थ नेताओं को सबक सिखाने की आवश्यकता है जो कायस्थ समाज का होकर भी कायस्थ समाज के उत्थान के लिए आवाज ना उठाता हो। देश में कायस्थ समाज के बहुत सारे नेता हैं लेकिन अफसोस वह सिर्फ अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं के लिए राजनीतिक दल के आगे पीछे घूमते दिखते हैं। ऐसे नेताओं को हमें बहिष्कार करना होगा। हमारे कायस्थ समाज का नेता ऐसा हो कि अपने समाज के उत्थान के लिए आवाज बुलंद करके शासन प्रशासन के समक्ष अपनी समाज के उत्थान के लिए बात कर सके। सभी जाति के नेता अपने-अपने समाज के उत्थान के लिए समय-समय पर आवाज बुलंद करते हैं लेकिन हमारे समाज के नेता राजनीतिक दल के जि हुजूरी में लगे रहते हैं ऐसे नेताओं को बहिष्कार करने का समय आ गया है। अगर आज हम सभी मिलकर ऐसे नेताओं को बहिष्कार नहीं किए तो हमारे आने वाली भावी पीढ़ी को कोई पूछने वाला भी नहीं होगा।