कन्या भु्रण हत्या रोकने एवं दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए आगे आना होगा – बन्ना गुप्ता
हमसफ़र की तलाश कार्यक्रम में झारखंड समेत पड़ोसी राज्य से भी जुटे लोग
जमशेदपुर। मारवाड़ी युवा मंच स्टील सिटी सुरभि शाखा द्वारा स्वर्गीय गिरधारीलाल देबुका की स्मृति में शनिवार 28 अगस्त को साकची अग्रसेन भवन में आयोजित हुए संजोग… हमसफर की तलाश कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सुरभि शाखा एवं नारी शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज के पुरूष जो काम नहीं कर पाये वो काम महिलाओं ने कर दिखाया। बन्ना ने कहा कि उनका शरीर अस्वास्थ्य रहने के बावजूद इस कार्यक्रम में आने के बाद मन काफी उत्साहित हैं। कन्या भु्रण हत्या रोकने एवं दहेज रूपी प्रथा को खत्म करने के लिए न दहेज लेने एवं न दहेज देंने के लिए कार्यक्रम में मौजूद समाज के कई गणमान्य लोगों समेत अपने परिवार का भी नाम लेते हुए बन्ना गुप्ता ने कहा कि हम सबको आगे आना होगा। दहेज एक ऐसी कुप्रथा है जो आज भी हमारे समाज में बहुलता से प्रचलित है। आलम यह है कि आज यह अपने आधुनिक रूप में समाज को डस रही है। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि दहेज अभिशाप हैं, इससे बचने के लिए सामूहिक विवाह करने एवं जाति के बंधन को तोड़ना होगा, तब जाकर ही दहेज प्रथा को खत्म किया जा सकता हैं। दहेज आज लड़कियों के विकास की राह का सबसे बड़ा रोड़ा है। इसके बावजूद आज हर क्षेत्र में लड़कियां आगे आ रही हैं। मंत्री बन्ना गुप्ता के अनुसार कन्या भु्रण हत्या के कारण आज देश में लड़कों की संख्या 1000 तो लड़कियों की संख्या 896 हैं। मौके पर बन्ना गुप्ता ने 30 साल पहले पुलिस की लाठी खाने, जेल जाने से लेकर वर्तमान में मंत्री बनने तक की संक्षेप में चर्चा करते हुए कहा कि मितल परिवार अपनी बेटी से उनकी शादी नहीं करता तो शायद वे भी आज कुंवारा ही रहते। उन्होंने कहा कि समाजसेवा के साथ मारवाड़ी सामज शासन करना भी जनता हैं। सुरभि शाखा सचिव कविता अग्रवाल ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि समाज और वर्तमान समय की आवश्यकता को देखते हुए दो माह पहले से इस कार्यक्रम की तैयारियां शुरू कर दी गयी थी। जिसका परिणाम आज आपके सामने हैं और झारखंड के घाटशिला, मुसाबनी, जादूगोड़ा, चाकुलिया, सरायकेला, चाईबासा, चक्रधरपुर, रांची, धनबाद, बोकरो, चास समेत पड़ोसी राज्य बिहार, बंगाल एवं ओड़िसा से भी विवाह योग्य 290 युवक-युवती के परिजन आये हैं। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम के बाद भी बायो डाटा का कार्य आगे भी लगातार चलते रहेगा। समय-समय पर संस्था आपलोगों से संपर्क कर बायो डाटा उपलब्ध कराते रहेगी। इससे पहले अतिथियों द्धारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का उदघाटन किया गया। सुरभि शाखा अध्यक्ष मनीषा संघी ने बताया कि आपसी तालमेल और बातचीत के बाद आज छह जोड़े विवाह के लिए तय हुए। उदघाटन कार्यक्रम के दौरान मंच पर बतौर मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विशिष्ट अतिथि समाजसेवी अशोक भालोटिया, रामकृष्ण चौधरी, संतोष खेतान, संजय देबूका, संतोष अग्रवाल, अरुण गुप्ता, मनीषा संघी, कविता अग्रवाल, पारुल चेतानी, विनीता नरेड़ी उपस्थित थे। सभी अतिथियों को तुलसी का पौधा एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज के गणमान्य क्रमशः संतोष अग्रवाल, उमेश शाह, अशोक मोदी, ओमप्रकाश रिंगसिया, कैलाश सरायवाला, विजय आनंद मुनका, नंद किशोर अग्रवाल आदि को भी स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सुरभि शाखा अध्यक्ष मनीषा संघी के नेतृत्व में आयोजित हुए कार्यक्रम का सफल संचालन संयोजिका पारुल चेतानी ने किया। अंत में संयोजिका विनीता नरेड़ी ने धन्यवाद ज्ञापन किया। विवाह योग्य युवक-युवती के बायो डाटा मिलने में मदद करने के लिए संस्था की तरफ से चार हेल्प डेस्क बनाये गये थे, जिसमें समाज के गणमान्य लोग सहयोग कर रहे थे। इस दौरान प्रमुख रूप से महावीर मोदी, विमल रिंगरसिया, छीतरमल धुत, बालमुंकद गोयल, संदीप मुरारका, मुकेश मितल, बजरंग अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, पंकज छावछरिया समेत सुरभि शाखा की पुरी टीम मौजूद थी। कार्यक्रम को सफल बनाने में सबका सहयोग रहा।