एमजीएम के कांसीडीह गांव में मनाया गया पेसा कानून दिवस
जमशेदपुर। एमजीएम थाना क्षेत्र के कांसीडीह गांव में पेसा कानून दिवस मनाया गया। वक्ताओं ने बताया कि ज्ञात हो कि 1996 से पेसा कानून देश के सभी अनुसूचित क्षेत्रों में लागू है, लेकिन आज भी इस कानून का क्रियान्वयन सही तरीके से नहीं हो पा रहा है, जिसकी वजह से आज भी आदिवासी आए दिन सड़क पर जाम लगा रहे हैं। ग्राम स्वराज की स्थापना के लिए जब ऐसा प्रावधान किया जा रहा था, उस समय भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243 (ड.) में यह कहा गया कि यह पंचायती राज व्यवस्था पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में लागू नहीं होगी. इसी प्रकार नगरीय निकाय की व्यवस्था, जिसके तहत नगर पालिका, नगर निगम, नगर पंचायत इत्यादि व्यवस्था शामिल है, वह भी भारतीय संविधान के अनुच्छेद 243(य)(ग) के अनुसार पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में लागू नहीं करने का प्रावधान रखा गया।आज पेसा कानून का देश का कोई भी राज्य सही तरीके से पालन नहीं कर रहा है जिसकारण सरकार और ग्रामीणों के बीच मे टकराव का स्थिति उत्पन्न हो रहा है. कांसीडीह गांव में भी हेवी व्हीकल मोटर ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण का विरोध कर रहे है उसका भी मुख्य कारण पांचवी अनुसूची और पेसा कानून का अवहेलना करने का परिणाम ही है. कार्यक्रम में मुख्य रूप से माझी बाबा मार्शल सोरेन,नायके बाबा सोबान सोरेन,बंगाल सोरन, जैकब किस्कू, मंगल सोरेन, दिनेश सोरेन, प्रीति किस्कू, सोनातन मुर्मू, टिंपू मुर्मू,लखीराम टूडू, सुशील सोरेन उपस्थित थे.