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धड़ल्ले से पीये जा रहे हैं नकली मिलावटी शराब खूँटी के लोग

चार वर्षों से मिलावटी शराब खूँटी सप्लाई कर रहा था अजय - निराला

खूँटी । जिले में शराब पीने वाले सावधान हो जाएँ। आप शराब पीते हैं तो आप भी नकली शराब के शिकार हो सकते हैं। एक माह के अंदर रविवार की देर को दूसरी बार शराब में मिलावटखोरी किया गया स्कूटी से भरा मेकडॉल निप्स आदि शराब पकड़ा गया है।
खूँटी में शराब की कालाबाजारी और मिलावटखोरी का बाजार लगातार होता रहा है। यही कारण है कि खूँटी में रविवार की शाम खूँटी राँची रोड के कालामाटी के पास से एक स्कूटी से काफी मात्रा में नकली मिलावटी शराब पकड़ा गया है। पकड़े गए युवक के पास से मेकडॉल 48 पीस 180मिली., रोयल स्टेग निप्स 96 और हाफ 48पीस और 8500 रुपए नकद बरामद किया गया। पकड़े गए युवक अजय कुमार सिंह राँची जिले के पंडरा थाना क्षेत्र के जतरा मैदान पिस्का मोड़ का रहने वाला है।

इसके पूर्व भी खूँटी शहर के बीच मुहल्ले से मिलावटखोरी करने वाले गेंग सरकारी दुकान के कर्मचारियों का पर्दाफाश किया गया था। लेकिन सभी छूट गए। जिनमें एक को गिरफ्तार किया गया था। और उस समय भी दो लोगों का नाम विभोर कुमार जायसवाल तथा गोल्डी जायसवाल का मास्टर माइंड के रुप में नाम आने के बावजूद भी गिरफ्तार नहीं किया गया था। साथ ही, इनके पास से मिलावटखोरी के सारे सबूत होने के बाद भी बाईज्जत बरी हो गए। और इस बार भी रंगेहाथ नकली शराब पकड़े गए हैं। और जिसपर सरगना का लम्बा हाथ होने का आभास लग रहा है। मद्य उत्पाद विभाग के निरीक्षक विकास कुमार निराला ने बताया कि पकड़े गए युवक अजय कुमार सिंह पिछले चार वर्षों से इस प्रकार शराब में मिलावटी नकली शराब का काला कारोबार करता रहा है। और अभियुक्त द्वारा जिनका नाम लिया गया है। वो शराब के कालाबाजारी के मायने पर जेल भी जा चुके हैं। जिनका नाम सुनील यादव और अशोक यादव है। जो बुढ़मू थाना अंतर्गत ठाकुर गांव के रहने वाले हैं। और उनसे ही शराब लेकर अजय खूँटी के बाजार में धड़ल्ले से बेचा करता था। और रविवार को खूँटी के खूँटी तमाड़ रोड स्थित तिरला गांव के न्यू छोटा नागपुर ढाबा बबलू कु गुप्ता को सप्लाई देने जा रहा था। कि इसे कालामाटी में ही पकड़ लिया गया। इसके अनुसार सुनील यादव और अशोक यादव पिछले बार नकली शराब कारोबार किए जाने के जुर्म में जेल भी जा चुके हैं। पिछले बार सभी के सामने आरोप लगाए जाने के बाद भी आरोपियों को सरकारी शराब दुकान से ताल्लुकात रखने के कारण छोड़ दिए जाने से यह भी दावा करता है कि दो-चार दिन में छूट ही जाएगा।
बताया जाता है कि मामले का रफा दफा करने का प्रयास किया गया था। लेकिन बात नहीं बनी। और देर रात पर्दाफाश हुआ। और अशोक कुमार साहू को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बता दें कि, कुछ दिन पहले शहर के बीच सरकारी शराब दुकान के कर्मचारियों संजीव कुमार सिंह के पास से तथा मोहनाटोली‌ में डेरा में रहने वाले उसके सहकर्मी के घर से रेपर , बोतल नकली शराब और ढक्कन आदि बरामद किया गया था। और दूकान बंद करके केवल स्कैन करने की बात कही गयी थी। लेकिन तबतक सभी नकली शराब को ग्राहक पी चुके थे। या फिर विभाग के अधिनस्थ काम करने वाले होने के कारण सामानों को हटा दिया गया। इसलिए सभी मामला साफ रफा दफा हो गया। और नकली शराब मिलने की बाद भी सभी ने चुप्पी साध ली। और मामला शांत हो गया। और इसी क्रम में दूसरी बार दूसरी बार शराब में मिलावट खोरी कर शराब बाजार में आया है। लेकिन मिलावटी करनेवाले आसानी से बच जाते हैं। पिछले बार विभागीय होने के कारण सभी बच गए लेकिन अब देखना यह है कि नामी-गिनामी शराब कंपनियों के रैपर लगाकर व्यवसाय करने वाले इसके तार कितना लंबा हाथ है। और पर्दाफाश कितना हो पाता है। या पिछले बार जैसे विभागीय दुकान के कर्मी होने के कारण जैसे बच गए वैसे ही सभी बच जाएंगे। और जनता मिलावटी शराब पीकर जेबें ढीले करते रहेंगे।

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