एक बार फिर न्याय के चौथे स्तंभ पर किया गया प्रहार
जमशेदपुर। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है राजनीति भी गर्मा रही है पक्ष विपक्ष एक दूसरे पर टीका टिप्पणी कर रहे हैं लेकिन अब सत्ताधारी नेताओं के निशाने पर पत्रकार भी आ रहे हैं। कौशांबी से ऐसे ही खबर सामने आ रही है जहां के सत्ताधारी पक्ष के चायल विधायक संजय गुप्ता ने हिंदी खबर के पत्रकार अमरनाथ झा पर पिछले दिनों ब्लैक मेल करने का आरोप लगाया और आज कोखराज थाने में उन्होंने पत्रकार के ऊपर मुकदमा लिखवाया। अमरनाथ झा वही स्वतंत्र पत्रकार हैं जिन्होंने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ खबर चलाई थी इस खबर से भाजपा के नेता आहत होकर करेली थाना में मुकदमा दर्ज कराया था, इसी संबंध में आज हाईकोर्ट ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से जवाब तलब किया है।
अगर इसी तरह सत्ताधारी नेता पत्रकार के ऊपर खबर चलाने पर मुकदमा लिखाएगा तो सच्चाई आम जनता तक कैसे सामने आएगी, और न्याय किसी कोने में सिसक सिसक कर दम तोड़ देगा। संजय गुप्ता चायल विधानसभा सेभाजपा दल के विधायक हैं जिन्होंने 5 सालों में करोड़ों की संपत्ति खड़ी की है उन पर ऐसा आरोप विपक्ष के नेता और आम जनता लगा रही थी, इसी खबर को पत्रकार ने लिखा था जिससे विधायक जी नाराज हो गए और कोखराज में मुकदमा दर्ज करा दिया। अगर एक पत्रकार भ्रष्टाचारी नेताओं के खिलाफ लिखता है तो उस पर मुकदमा का डर दिखाकर उसकी कलम को दबाया जाता है। “भारतीय संविधान पत्रकारिता को (आर्टिकल 19 क) में पूरी तरह स्वतंत्रता प्रदान करता है” और समय-समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यह बयान देते रहते हैं की किसी भी पत्रकार पर फर्जी मुकदमा न लिखा जाए। “सुप्रीम कोर्ट का भी यह आदेश आ चुका है कि किसी भी भ्रष्ट नेता के व्यक्तित्व को आम जनता के सामने लाना चाहिए और उसे ज्यादा से ज्यादा सोशल मीडिया में आम जनता के बीच दिखाना चाहिए।” आखिरकार सरकार के पास सारी जांच एजेंसियां होने के बावजूद भी इन पर क्यों नहीं होती जांच? “यह पूछता है भारत”