FeaturedJamshedpurJharkhandNational

उड़ीसा राज्य के क्योंझर जिला स्थित औद्योगिक नगरी बड़बिल में गाड़ियों के लगातार आवागमन के कारण वायु प्रदूषण

धूल कणों ने सड़कों से लोगों के घरों तक परेशानी का सबब बना - समाजसेवी संदीप शर्मा 

गुआ।
सड़कों पर पड़े धूल कण वाहनों के लगातार दौड़ने के कारण 300 से 400 मीटर की दूरी तक घरों में प्रदूषण का कहर लोगों पर बरपा रही है ।

इन दिनों उड़ीसा राज्य के क्योंझर जिला स्थित औद्योगिक नगरी बड़बिल में गाड़ियों के लगातार आवागमन के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति पूरी तरीके से क्षेत्र में बनी हुई है । भारी वाहनों के परिचालन के कारण उड़ते हुए

 धूल कणों ने सड़कों से लोगों के घरों तक परेशानी का सबब बना हुआ है । लगातार ट्रांसपोर्टिंग व बढ़ते हुए कारोबार  के कारण दिन प्रतिदिन ट्रैफिक अव्यवस्थित होती हुई, प्रदूषण को बढ़ाती जा रही है ।

 इस संदर्भ में  क्षेत्र के युवा समाजसेवी संदीप शर्मा ने बताया कि वेक्यूम मशीन के सहारे, यदि जिला प्रशासन जनसेवा के ध्येय से लोगों के लिए कार्य करें,तो सड़कों के किनारे पडे घूल कण को हटाया जा सकता है । बताया जाता है कि वर्षा होने के बाद  सड़कों पर जमी उड़ने वाली धूलकण लगभग 10 प्रतिशत तक कम हो जाती है ।

उद्योग नगरी बड़बील क्षेत्र से भारी पैमाने पर रिवेन्यू स्थानीय प्रशासन को दिया जा रहा है । बावजूद इसके लोग स्वच्छ ऑक्सीजन गैस के अभाव में नारकीय जीवन जीने को विवश हैं । सड़कों पर पड़े धूल कण वाहनों के लगातार दौड़ने के कारण 300 से 400 मीटर की दूरी तक घरों में प्रदूषण का कहर लोगों पर बरपा रही है । बडबील

क्षेत्र में बढ़ते हुए व्यापार के कारण दोपहर 2:00 से 4:00 बजे तक एवं रात्रि 8:00 बजे से सुबह 8:00 बजे तक वाहनों का परिचालन पर रोक लगाई गई है ।

बावजूद इसके जमे हुए धूलकंद वायु प्रदूषण बनता हुआ प्रतीत हो रहा है । बड़बील क्षेत्र,उद्योग नगरी क्षेत्र से कोयले के साथ आयरन का व्यापार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है । स्थिति यह है कि सड़कों पर जमे धूल कणों के मिश्रण लोगों के बीच कष्टप्रद एवं दुर्भाग्यपूर्ण जीवन जीने को विवश कर रहा है । क्षेत्र के जिला प्रशासन के द्वारा उक्त समस्या को अविलंब निराकरण किया जाना चाहिए । अन्यथा मानव – जीवन आंशिक रूप से दुखद एवं कष्ट में स्थिति आने से रोकना असंभव हो जाएगा ।

Related Articles

Back to top button