ईसाई संतों के नाम पर स्कूल खोलने वाले पर कार्रवाई करें मुख्यमंत्री : पप्पू
सेंट जेवियर स्कूल धनबाद की मान्यता खत्म की जाए
जमशेदपुर। वरीय अधिवक्ता एवं राष्ट्रीय जनता दल नेता सुधीर कुमार पप्पू ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख ईसाई संतों के नाम पर स्कूल खोलने वाले बहुसंख्यक समुदाय के व्यक्ति अथवा संस्था के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने छात्रा की आत्महत्या प्रकरण के मद्देनजर धनबाद तेतुलमारी सेंट जेवियर स्कूल की मान्यता खत्म करने के साथ ही उसके निदेशक, प्रिंसिपल एवं संबंधित टीचर को गिरफ्तार करने तथा स्पीडी ट्रायल चलाने की मांग की है।
उनके अनुसार देश मे मिशनरियों के खिलाफ दुष्प्रचार कर गलत धारणा बनाई जा रही है। धनबाद छात्रा आत्महत्या प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी एवं संघ समर्थित संगठन से जुड़े लोगों के सोशल मीडिया में ट्वीट एवं फेसबुक में संदेश को देखकर समझा जा सकता है।
उससे एक कदम आगे बढ़ते हुए नेशनल प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने कर्नाटक के एक अल्पसंख्यक शैक्षणिक संस्थान को जोड़ते हुए समाचार प्रकाशित किए हैं कि सनातन धर्म को दबाने और पहचान मिटाने की कोशिश हो रही है और छात्रा का बिंदी लगाना कहीं से भी कोई बड़ा अपराध नहीं है जिसके लिए उसे स्कूल से हटाया जाए या शिक्षिका प्रिंसिपल को उसे डांटना पड़े।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से यह भी मांग की है कि वह मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को यह निर्देश जारी करें कि सोशल मीडिया में छात्रा आत्महत्या दुखद प्रकरण को सांप्रदायिक रंग देने वालों के खिलाफ 153 ए एवं आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर कारवाई किया जाना चाहिए जिससे लोगों को सबक मिल सके।
बाबूलाल मरांडी सरीखे नेता जो पूर्व में मुख्यमंत्री रह चुके हैं उन्हें जिम्मेदारी पूर्वक सोच समझकर बयान देना चाहिए था। क्योंकि उन्होंने स्कूल का नाम संत जेवियर देखा तो धर्म को आधार बनाकर ट्वीट करने में देरी नहीं की और जिसे उनके समर्थक और कई संगठनों ने रिट्वीट कर एक धर्म विशेष के प्रति विद्वेष पूर्ण वातावरण बनाने का कोई कोर कसर नहीं छोड़ा। ऐसे नेताओं को सबक सिखाया जाना जरूरी है । जो हर घटना को धर्म, जाति वर्ग भाषा के चश्मे से देखते हैं।