इलेक्ट्रो होम्योपैथी के आविष्कारक डॉ कांउट सीजर मैटी की 215 वीं जयंती मनाई गई
घाटशिला : ईलेक्ट्रो होम्यो पैथी के आविष्कारक डा. काउंट सीजर मैटी के 215 वीं जयंती के अवसर पर टाटा ईलेक्ट्रो होम्योपैथी मेडिकल कॉलेज घाटशिला में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता काँलेज के प्राचार्य डा. डी वाई विश्वकर्मा ने की।
समारोह के प्रारंभ में डा. मैटी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित और माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई।
काँलेज के प्राचार्य डॉ. डी वाई विश्वकर्मा, डा. के मिश्रा, डा. टी. शर्मा, डा. डी डी लोहरा, डा. डी राय, डा. फुलेश्वर ठाकुर.डा.संदीप कुमार. आर.एन मिस्त्री, शांति दवी, डा. कंचन चौधरी, सुनैना देवी आदि ने श्रद्धा सुमन अर्पित की।
समारोह को संबोधित करते हुए डा.डी.वाई. विश्वकर्मा ने कहा कि समय समय पर पृथ्वी पर महापुरुषों का जन्म होता रहा हैं। ईनमें डा. काउँट सीजर मैटी एक है, जिन्होंने वनस्पति पर आधारित एक चिकित्सा पद्धति ईलेक्ट्रो होम्योपैथी का अविष्कार किया। इस चिकित्सा पद्धति के द्वारा असाध्य रोगों की चिकित्सा सफलतापूर्वक होती हैं, ईस चिकित्सा पद्धति में खास बात है कि मानव शरीर पर कोई साईड ईफेक्ट नहीं होता हैं।
भारत में यह चिकित्सा पद्धति पाचवीं चिकित्सा पद्धति के रुप में हैं।.ईस चिकित्सा पद्बति के सरकारी मान्यता का मार्ग धीरे धीरे प्रशस्त हो रही हैं और अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को अपने पैथ पर पूर्ण विश्वास होना चाहिए।.रोगी को पूर्ण रुप से परीक्षण कर दवा का चुनाव करना चाहिए।
तभी सफलता पूर्वक रोग का निदान होगा।.उन्होंने कहा कि डा. मैटी के बताये मार्गों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। समारोह में डा.के मिश्रा, डा. डी डी लोहरा, डा. संदीक कुमार, डा. टी शर्मा आदि ने डा. मैटी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए अपने अपने विचार वयक्त किये. समारोह में काफी संख्या में चिकित्सक उपस्थित थे।