आर एस एस की मानसिकता वाले अधिकारी के बिगड़ रहे हैं पर भाजपा नेता राजीव रंजन सिंह ने किया प्रहार कहा डॉ अजय का बयान तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है
भाजपा नेता राजीव रंजन सिंह (सेवानिवृत आईपीएस) अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता कर समाचार पत्रों में प्रकाशित एक खबर जिसका हेड लाइन है “आरएसएस की मानसिकता वाले अधिकारी के बिगड़ रहे है बोल” कांग्रेस नेता डॉ अजय कुमार के द्वारा दिया गया यह बयान उनका तालिबानी मानसिकता दर्शाता है।
झारखंड राज्य में जेएमएम की सरकार हैं, जो कांग्रेस के समर्थन से चल रही है । मलाई रखने में यह जेएमएम के साथ है, लेकिन अगर कोई आईएएस अधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहा है तो एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिए आईएएस अधिकारी को आरएसएस मानसिकता बताने वाला बयान की जितनी भी निंदा की जाए कम है।
डॉ अजय झारखंड के लोगो को मूर्ख समझते है। झारखंड के लोग जानते है कि आई.ए.एस आई.पी.एस सरकार के अधीन काम करते है और कोई पदाधिकारी ठीक से काम नहीं कर रहा है तो , उस पर कारवाई का अधिकार सरकार को है।
अतः किसी की अधिकारी के ठीक तरीके से काम नहीं करने के कारण को आरएसएस जैसे एक राष्ट्रवादी संगठन पर कैसे थोपा जा सकता है?
कांग्रेस के लोग गद्दी और सत्ता के लिए 1947 में देश को हिंदू मुस्लिम में बांट दिए और डॉ अजय जैसे कांग्रेस के नेता आईएएस आईपीएस जैसे समवर्ग को भी बांटे में लगे है।
इन्होंने आगे कहा की यह आईएएस आईपीएस समवर्ग से मांग करते है कि इनके इस बयान पर संज्ञान लेते हुए इसका जवाब जरूर दे।
कांग्रेस को वोट बहुसंख्यकों का चाहिए लेकिन जरूरत पड़ने पर जिस थाली में खाते है, उसपर छेद करते है।
इस पर आगे कहा की डॉ अजय को आरएसएस को समझने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुस्तक पढ़नी चाहिए और आरएसएस के 100 वर्षो के गौरवशाली इतिहास को समझना चाहिए।