आनंद मार्ग के विश्व मंच पर सुनील आनंद एवं बेटी प्रियल आनंद जन सेवा के लिए श्रद्धेय पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत के हाथों सम्मानित हुए
जमशेदपुर। पुरुलिया जिले के आनंद नगर आनंद मार्ग का मुख्यालय है । विश्व स्तरीय धर्म महासम्मेलन में आनंद मार्ग के सुनील आनंद एवं बेटी प्रियल आनंद को राष्ट्रीय स्तर पर सेवा मुलक कार्यों के लिए विशेष पुरस्कार से श्रद्धेय पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत के हाथों सम्मानित किया गया।
7 बार जन सेवा सम्मान से भी सम्मानित हो चुके हैं सुनील आनंद एवं प्रियल आनंद प्रथम बार जन सेवा सम्मान से सम्मानित हुई ।सितंबर महीने में प्रियल आनंद 18 वर्ष होने पर प्रथम बार डेंगू के प्रभाव से जब शहर प्रभावित था ,उस समय 18 वर्ष होने पर नॉरमल प्लेटलेट के लिए प्रथम बार रक्तदान की । पिता के साथ सेवा मूलक कार्यों के लिए हमेशा तत्परता से लगे रहती है, प्रियल आनंद वैश्विक महामारी कोरोना कल में भी भोजन वितरण कार्यक्रम में काफी सराहनीय योगदान रहा
आनंद मार्ग के विश्वस्तरीय धर्म महासम्मेलन आनंद मार्ग के हेड क्वार्टर ,पुरुलिया जिले के आनंद नगर में आयोजित किया जाता हैं इस धर्म महा सम्मेलन में विभिन्न तरह के आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते है इस विश्व मंच पर श्रद्धेय पुरोधा प्रमुख आचार्य विश्वदेवानंद अवधूत के हाथों के सुनील आनंद को अध्यात्मिक भाव से जनसेवा के लिए जनसेवा पुरस्कार मिला । चूका है।
यह पुरस्कार पिछले 6 महीने के अर्धवार्षिक रिपोर्ट के आधार पर संस्था के विश्व स्तर पर जनसेवा के कार्यकलाप पर चयन कर दिया जाता है। पिछले 6 महीने के रक्तदान शिविर, मोतियाबिंद ऑपरेशन एवं नव्य मानवतावादी सिद्धांत पर आधारित पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है ।
2017 में भी जनसेवा पुरस्कार से सुनील आनंद सम्मानित हो चुके हैं। 2019 में भी जनसेवा पुरस्कार से सुनील आनंद सम्मानित हो चुके हैं। 2020 में भी जनसेवा पुरस्कार से सुनील आनंद सम्मानि किए गए।
1 जनवरी 2022 को चौथी बार जनसेवा पुरस्कार ग्रहण किए।
1 जनवरी 2023 को पांचवीं बार जनसेवा पुरस्कार ग्रहण किए।
5 जून 2023 को छठवीं बार जनसेवा पुरस्कार।