आत्म हत्या निवारण का दायित्व सामाज के हर वर्ग पर निहित है- दुर्गा राव
शहर की जीवन संस्था के सदस्य कौशल वृद्धि हेतु कोलकता सम्मेलन में हुए शामिल
जमशेदपुर। शहर की आत्म हत्या निवारण केन्द्र,जीवन संस्था के आठ सदस्यीय टीम कोलकता के लाइफलाइन केन्द्र द्वारा आयोजित तीन दिवसीय मित्र भारत के राष्ट्रीय सम्मेलन मे शामिल हुई। आत्म हत्या से जुडे विशेष विषयो पर गहन चिंतन एवं चर्चा पर आयोजित सम्मेलन में भारत के 14 केन्द्रो से 110 सदस्य आये थे। जीवन संस्था द्वारा प्रदत्त विभिन्न सेवाओं के प्रदर्शनी चित्रपट को पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। इस सम्मेलन का मुख्य आकर्षण जैसे क्रमशः मानसिक स्वास्थ्य का आज के दौर मे महत्व, आत्महत्या के संकट के विभिन्न स्थरो से जूझ रहें मानसिक रोगियो को किस मापदण्ड पर भावनात्मक सहयोग प्रदान किया जाना है, पास्को कानून के तहत पीडित बच्चो की सहायता प्रदान करने का एनजीओ के क्या दायित्व एक्ट 309 के तहत मानसिक स्वास्थ्य अधिनियम 2017, जीवन के अभिभावक संस्था दुनिया भर में दोस्त एवम बेफ्रिडर्स इंडिया के विशेष सेवाओ का दायरा आदि की विस्तार से जानकारी दी गयी।।
इस संबंध में जीवन संस्था की उप-निदेशक दुर्गा राव ने बताया कि इस सम्मेलन का हर सत्र अत्यधिक ग्यान वर्धक, कौशल वर्धक रहा। आशा है नये साल मे हमारे सभी सदस्यों एवे कार्यकत्र्ताओं दवरा प्रदत्त निःशुल्क गोपनीय भावनात्मक सहयोग अत्यधिक उत्साहपूर्ण तथा कौशलपूर्ण रहेगा। अगर कोई व्यक्ति अपने तनाव एवम नैराश्य का आकलन करवाना चाहे तो आवश्यक आडिट शीट जीवन संस्था से निःशुल्क प्राप्त कर सकते। जीवन संस्था बिष्टुपुर कार्यालय का नंबर 9297777500 एवं 9297777499 हैं, जो 365 दिन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता हैं। उन्होंने शहरवासियो से अपील किया हैं कि आत्म हत्या निवारण का दायित्व सामाज के हर वर्ग पर निहित है। सब के सहयोग से ही इस महामारी का निवारण किया जा सकता है। किसी भी तरह की मानसिक परेशानी, तनाव, नैराश्य (अवसाद ), भय, दुषचिन्ता, ग्लानि, अत्यधिक दुख, आदि, हो तो निर्भय होकर, अविलम्ब जीवन संस्था से सम्पर्क करे। जितने भी परेशानी है उनको पहचान कर उसका इलाज तुरंत प्रारम्भ कर देना उचित है। सही समय पर, सही व्यक्ति द्वारा सही तरीके से पेशेवर उपचार प्राप्त हो पाये तो तनाव प्रबन्धनीय है, नैराश्य चिकित्सा योग्य है एवं आत्महत्या निवारण योग्य है।