आजसू नेता-कार्यकर्ताओं ने बेरेगेंडिंग तोड़ा, आगे बढ़ने के बाद फिर पीछे लौटे
सुदेश का सरकार को अल्टीमेटम –अप्रैल तक स्थानीय नीति और ओबीसी आरक्षण तय हो, नहीं तो जनता सड़क पर उतरेगा
रांची;आजसू पार्टी का विधानसभा घेराव और मार्च कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और कार्यकर्ताओं के बीच लूका-छिपी का खेल जारी रहा। नगड़ी थाना के नया सराय के पास आजसू नेता एवं कार्यकर्ता जमा होने शुरू हुए. कार्यक्रम में सुदेश महतो,चन्द्र प्रकाश चौधरी, लंबोदर महतो, उमाकांत रजक, रामचंद्र सहिस सहित कई बड़े नेता हिस्सा ले रहे हैं।
पार्टी सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो दलादली पहुंचे। मगर दलादली के पास ही सभी को रोक दिया गया। प्रशासन द्वारा बार-बार आग्रह किया गया कि बेरेगेंडिंग के पीछे हट जाएं। पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को बेरेगेडिंग के पास ही रोक दिया गया है। जहां पर पुलिस-प्रशासन के बीच जोर आजमाईस हुई। अंतत: बेरेगेडिंग को तोड़ दिया गया और नेता-कार्यकर्ता आगे बढ़ गए।
पुलिस बार-बार समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि आगे ने बढ़ें। मगर कार्यकर्ता एक नहीं सुने। बेरेगेडिंग को साथ लेकर चले गए। धारा 144 को तोड़ दिया गया। बड़े नेता पीछे-पीछे चल रहे हैं। सदर डीएसपी के गाड़ी को रोका गया। कार्यकर्ता पुलिस से उलझ गए।
पुलिस पूरी तरह से संयम बरतते हुए कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। मगर कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं है। बाद में फिर आजसू नेता और कार्यकर्ता वापस लौटना शुरू हो गए।
अप्रैल तक मांगों पर विचार नहीं तो सड़क पर उतरेगी जनता : सुदेश कुमार महतो
आजसू प्रमुख एवं विधायक सुदेश कुमार महतो ने कहा कि लाख बाधाओं के बाद भी इस माटी की लड़ाई के लिए सभी हजारों के तादाद में पहुंचे हैं। आज तीन मूल्य विषय पर आए है। उन्होंने कहा कि 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति लागू होना चाहिए।
दो दिनों से लगातार परिस्थिति बनी है। सदन से लेकर सड़क तक लड़ रहे हैं। ढाई साल में सरकार में केवल ट्रांसफर पोस्टिंग हुई है। व्यवस्था वाले और शासन वाले हमारे मांगों को नाजायज कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति की मांग को लेकर यह कार्यक्रम है।
उन्होंने घोषणा किया कि 14 अप्रैल अम्बेडकर जयंती के मौके पर राज्य की जनता को सड़क पर उतरेगी। अप्रैल तक सभी विषयों का समाधान करें नही तो राज्य की सड़कों पर जनता होगी।