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अवधेश कुमार के इच्छानुसार ही डीपीसी की बैठक होने की चर्चा

आदिवासी विकास संघ अवधेश कुमार की जूनियर और सीनियर के खेल का विरोध करने की तैयारी, हेमन्त सोरेन और चंपई सोरेन से मिलेगा संघ


रांची। अवधेश कुमार का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जल संसाधन विभाग में आदिवासी कोटा यानी एसटी कोटा में वरियता को आधार नही बना कर एससी कोटा में अवधेश कुमार को मुख्य अभियंता बना कर नियम विरुद्ध प्रक्रिया अपनाने का चर्चा जोरों पर है, जिसे आदिवासी संगठन बहुत ही गंभीरता से देख रहा है। सूत्रो के अनुसार एससी कोटा में एक ही मुख्य अभियंता का पद सृजित है। वर्तमान में एससी कोटा से दो मुख्य अभियंता हैं, एक बिरेंद्र राम हैं, जो जेल में बंद हैं, दूसरा अशोक कुमार हैं जो हजारीबाग में पोस्टेड है। विभाग किस परिस्थिति में एक सृजित पद पर दो रेगुलर एससी कोटा के मुख्य अभियंता बना दिए हैं। एक दशक से अधिक समय से जल संसाधन विभाग ने अवधेश कुमार को ग्रामीण कार्य विभाग में सेवा भेजे हुए हैं। ग्रामीण कार्य विभाग में लगातार अपने पद के आलावा कई पद पर प्रभारी बने हुए हैं। सूत्रों की माने तो जल संसाधन विभाग के मंत्री को रेगुलर मुख्य अभियंता बनाने के लिए मैनेज कर लिए हैं, गुप्त ढंग से विभाग में करवाई की जाने की भनक एसटी कोटा के अभियंताओं को हो गया है। समाजिक संगठन आदिवासी विकास संघ जल्द ही इस मामला को राज्य के आदिवासी मुख्य मंत्री हेमन्त सोरेन से मिल कर आदिवासी कोटा से वरियता के आधार पर रेगुलर मुख्य अभियंता बनाने तथा ग्रामीण कार्य विभाग में सेवा सौंपने के लिए मिलने की तैयारी कर रहे हैं, साथ ही इस मामला को झारखण्ड उच्च न्यायालय में अवधेश कुमार के खिलाफ याचिका भी दायर करने की रणनीती बनाने की सुचना है। जल संसाधन विभाग के रामनिवास प्रसाद को आदिवासी कोटा से मुख्य अभियंता नहीं बनाए जाने के कारण आदिवासी विकास संघ के लोग विभागीय मंत्री चंपई सोरेन से भी मिलने की बात कही जा रही है। विदित हो कि अवधेश कुमार ग्रामीण कार्य विभाग में बिरेंद्र राम के बाद सबसे चर्चित अभियंता के रूप में जाने जाते हैं। यहां तक चर्चा जोरों पर है कि कैश कांड के आरोपी पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के और मंत्री के सचिव संजीव कुमार लाल के सबसे नजदीकी और खास रहें हैं।
विभाग के द्वारा नौ अधीक्षण अभियंता को मुख्य अभियंता बनाने के लिए वरियता के आधार पर रोस्टर रजिस्टर कार्मिक विभाग को भेजा गया है। इस रोस्टर में अवधेश कुमार जूनियर हैं अशोक कुमार से भी अपनी पहुंच और पैरवी के बल पर सीनियर बनने के लिए सरकार को ही मैनेज करने में लग गए हैं? एसटी कोटा में अनिल जॉन मालटू सीनियर हैं, राम निवास इनसे जूनियर हैं। तीन एसटी कोटा में मुख्य अभियंता बन सकेंगें। बाकि जनरल कोटे से मुख्य अभियंता बनाएं जायेंगें। डीपीसी की बैठक में अवधेश कुमार की नज़र अपने साजिश को कामयाब करने पर फोकस कर रहे हैं। एससी कोटा में जूनियर से सीनियर बनने के लिए कार्मिक विभाग में रोस्टर रजिस्टर में बदलाव कर सकते हैं। कार्मिक विभाग को मैनेज करने की चर्चा।
आदिवासी विकास संघ अवधेश कुमार की जूनियर और सीनियर के खेल का विरोध करने की तैयारी, हेमन्त सोरेन और चंपई सोरेन से मिलेगा संघ।

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