अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्ला खान के आदेश पर भीड़ द्वारा पीट पीट कर शेख ताजुदीन की हत्या की जांच शुरू
सरायकेला : झारखंड के सरायकेला-खरसावां के जिले में 08 दिसंबर 2024 में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) के मामले में राज्य के अल्पसंख्यक आयोग ने जांच शुरू कर दी है। झारखण्ड राज्य अल्पसंख्यक आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आयोग के अध्यक्ष हाजी हिदायतुल्ला खान के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम सरायकेला पहुंच कर मॉब लिंचिंग के शिकार शेख ताजुद्दीन के परिजनों एवं जिला प्रशासन के अधिकारीयों के साथ बैठक कर पूरी जानकारी ली। झारखण्ड राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान, उपाध्यक्ष शेमशर आलम, सदस्य वारिस कुरैशी एवं सदस्य कारी बरकत अली शामिल थे।
इस अवसर पर परिसदन में मिडिया को जानकारी देते हुए राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह खान ने कहा कि झारखण्ड की हेमन्त सोरेन सरकार झारखण्ड में रहने वाले सभी राज्य वासियों की सुरक्षा के लिए गंभीर हैँ। मॉब लिंचिंग के अब तक जितने भी मामले पूर्व की सरकार में हुए थे। उन्हें भी मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने न्याय दिलाने का कार्य किया और पहली बार किसी राज्य सरकार ने पीड़ितों को मुआवज़ा देने का ऐतिहासिक कार्य किया है तो वह झारखण्ड सरकार है। श्री खान ने कहा कि सरायकेला-खरसावां जिले में 08 दिसंबर 2024 में भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या (मॉब लिंचिंग) के मामले में आयोग की टीम को प्रथम दृष्टिकोण में जांच में यह पाया गया है कि यह मामला मॉब लिंचिंग का है। आयोग की टीम पुनः पूरी जांच रिपोर्ट की सभी कानूनी एवं तकनिकी पहलुओं की समीक्षा कर अंतिम रिपोर्ट तैयार करेगी। हिदायतुल्लाह खान ने कहा पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए आयोग कोई कसर नहीं छोड़ेगा, साथ ही राज्य सरकार से परिजनों को आर्थिक सहायता के लिए भी अनुशंसा की जाएगी। आयोग की टीम के समक्ष एसडीओ चांडिल, सीओ चांडिल, डीएसपी चांडिल, इंस्पेक्टर सरायकेला राजीव कुमार, थाना प्रभारी कोपाली सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
स्थानीय इचागढ़ की विधायिका सविता महतो ने भी पीड़ित परिवार से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथी आयोग की जांच दल के साथ बैठक में भी रहकर प्रशासनिक पदाधिकारी को घटना की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा।