तिलक कुमार वर्मा
चक्रधरपुर;झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ केंद्रीय समिति की बैठक में झारखंड के अभ्यार्थियों की उपेक्षा का मामला उभर कर सामने आया. अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एवं जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय समेत राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश जांच परीक्षा में झारखंड के अभ्यार्थियों के लिए कोई भी परीक्षा केंद्र निर्धारित नहीं किए जाने को झारखंड के अभ्यार्थियों के साथ सौतेला व्यवहार बताया गया. संघ के केंद्रीय कार्यालय में नाजिम अशरफ की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि झारखंड सरकार, केंद्र सरकार एवं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी तथा जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से पत्राचार कर झारखंड में झारखंड के अभ्यार्थियों के लिए प्रवेश जांच परीक्षा का केंद्र बनाए जाने की मांग की जाएगी. संघ के प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने बताया कि अब तक झारखंड के अभ्यार्थियों को बिहार जाकर प्रवेश जांच परीक्षा देना पड़ता है. जबकि उपरोक्त यूनिवर्सिटी का नियम है कि सभी राज्यों की राजधानी में कम से कम एक केंद्र उस राज्य के अभ्यार्थियों के लिए बनाया जाना है. झारखंड राज्य, बिहार से अलग हुए दो दशक से अधिक का समय बीत गया है, परंतु अब तक झारखंड में प्रवेश जांच परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाना या इसकी पहल नहीं किया जाना अफसोसनाक है.
बैठक में तय किया गया कि सभी लंबित मांगों पर पुनः राज्य सरकार का ध्यानाकृष्ट किया जाएगा. संघ के केंद्रीय कमेटी की फिजिकल बैठक हर 3 माह में एवं ऑनलाइन बैठक प्रत्येक महीना किया जाएगा. महासचिव अमीन अहमद द्वारा प्रस्तुत आय-व्यय एवं बैंक खाता के स्टेटमेंट को मंजूरी प्रदान की गई. केंद्रीय अध्यक्ष शरीफ अहसन मजहरी साहब के आवेदन पर भी निर्णय लिया गया.
बैठक में मुख्य रुप से नाजिम अशरफ, साबिर अहमद, अमीन अहमद, मोहम्मद शहजाद अनवर, मकसूद जफर हादी, गुलाम अहमद, अब्दुल माजिद खान, मोहम्मद फखरुद्दीन एवं शाहिद अनवर उपस्थित थे.