अब डिग्री बांटने की मुहिम में जुटेगें राज्य विश्वविद्यालय
नेहा तिवारी
प्रयागराज।प्रोफेसर राजेन्द सिंह ( रज्जू भाईया) और उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय समेत प्रदेश की अब सभी राजविश्वविधालय अब लंबित पड़ी पुरानी डिग्रीयो को बाटने की मुहिम चलगाए गें। इसके लिए कुतपति अनंद बेन पटेल अपर के मुख्य सचिव महेश कुमार गुप्ता के अध्यक्षता में नौ कुलपतियो की गठित एकत्रित की गई। हाल में कमेठी की बैठक में यह फैसला लिया गया की दीक्षा समारोह के बाद डिग्रीया निशुल्क छात्रो को बांट दी जाएगी।
राजविश्वविधालय में कयी सालो से लाखो डिग्रीया वितरण के लिए पड़ी हुई है। इनमें कयी विश्वविद्यालय तो महाविधालय स्तर पर लंबित है । पूर्व में राज्यपाल की तरफ से इस मामले में पूछा गया तो कई कुलपतिओ का कहना है कि छात्रो के द्वारा उपाधि शुल्क जमा नही करने आवेदन प्रमाण पत्र पस्तुत नही करने और छात्रो का पता उपलब्ध नही होने पर इन डिग्रीओ का वितरण नही हो सका। इस मामले को सुलझाने के लिए कमेटी की बैठक बुलाई गई। निर्णय लिया गया की सबसे पहले दिक्षा समारोह के तत्काल बाद सभी छात्रो की डिग्रीया वितरण कर दी जाएगी। सभी विश्वविद्यालय अनिवार्य तौर पर डिजिलाकर में डिग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। सभी छात्रो के देय उपादी शुल्क अंतिम बर्ष के साथ फीस जमा करा लिया जाए। कुलपति सीमा सिंह ने बताया की कभी संख्या में पुरानी डिग्रीया बची हुई है। जो प्रिंट है और उन्हें भेजने का काम तेजी से किया जा रहा है। के अध्यक्षता में नौ कुलपतियो की गठित एकत्रित की गई। हाल में कमेठी की बैठक में यह फैसला लिया गया की दीक्षा समारोह के बाद डिग्रीया निशुल्क छात्रो को बांट दी जाएगी।
राजविश्वविधालय में कयी सालो से लाखो डिग्रीया वितरण के लिए पड़ी हुई है। इनमें कयी विश्वविद्यालय तो महाविधालय स्तर पर लंबित है । पूर्व में राज्यपाल की तरफ से इस मामले में पूछा गया तो कई कुलपतिओ का कहना है कि छात्रो के द्वारा उपाधि शुल्क जमा नही करने आवेदन प्रमाण पत्र पस्तुत नही करने और छात्रो का पता उपलब्ध नही होने पर इन डिग्रीओ का वितरण नही हो सका। इस मामले को सुलझाने के लिए कमेटी की बैठक बुलाई गई। निर्णय लिया गया की सबसे पहले दिक्षा समारोह के तत्काल बाद सभी छात्रो की डिग्रीया वितरण कर दी जाएगी। सभी विश्वविद्यालय अनिवार्य तौर पर डिजिलाकर में डिग्री उपलब्ध कराना सुनिश्चित करे। सभी छात्रो के देय उपादी शुल्क अंतिम बर्ष के साथ फीस जमा करा लिया जाए। कुलपति सीमा सिंह ने बताया की कभी संख्या में पुरानी डिग्रीया बची हुई है। जो प्रिंट है और उन्हें भेजने का काम तेजी से किया जा रहा है।