अपनो ने जिन्हें छोड़ दिया …
रांची। अपनो ने जिन्हें छोड़ दिया ,उन्हे अपनाते हैं ,चलो इस वर्ष फिर होली मनाते हैं।…..मनीषा सुमन
श्री साहित्य कुंज “राँची” की संस्थापिका मनीषा सहाय सुमन ने सपरिवार होली उत्सव नगरी स्थित “आदर्श वृद्धाश्रम” में मनाया । गाने बजाने के साथ सभी के रंग भरे चेहरों और आँखों की चमक देखते बनती थी। सभी ने खुल कर अपनी आप बीती कही। वृद्धाश्रम में एक दुसरे के सहयोग व देखभाल की तारीफ की । कोई बिहार से है , तो कोई ओडिषा से और कुछ राँची से ही ,सभी अपने परिवार वालों को याद कर ,अपनी कहानी बताने लगे। लाचार शरीर पर आस भरी निगाह में मानो किसी के आने का इंतजार अभी भी बाकी हों। सभी ने कुछ इच्छाएं भी जाहिर की हम जल्दी पुन:उन्हे पूरा करने को प्रयासरत रहेंगे।
कुंज के नव रचनाकारों द्वारा गीत व रंग के उत्सव का आनंद लेते वृद्धजनो ने अपनी संतान की तरह ही प्यार व स्नेह का हाथ सर पर रख सभी को होली का आशीर्वाद प्रदान किया।