अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के स्वर्ण जयंती वर्ष में 27 वा अधिवेशन आज से : प्रसेनजीत तिवारी
जमशेदपुर। अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन के स्वर्ण जयंती वर्ष में 27वाँ अधिवेशन की पूर्व संध्या पर प्रेसवार्ता का आयोजन” किया गया, जिसमें सम्मेलन के भावी अध्यक्ष ब्रजभूषण मिश्र, महामंत्री डॉ जयकांत सिंह ‘जय’, मॉरीशस से पधारीं सरिता बुधु,नेपाल से उपस्थित प्रतिनिधि गोपाल ठाकुर, गोपाल अश्क, भोजपुरी जंक्शन के सम्पादक मनोज भावुक, आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रसेनजित तिवारी, सचिव डॉ सन्ध्या सिन्हा, तुलसी भवन के न्यासी अरुण तिवारी, संयोजक डॉ अजय ओझा आदि ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी। प्रसेनजित तिवारी ने कहा कि आगामी 16 तथा 17 सितंबर को अधिवेशन में विभिन्न पहलुओं पर साहित्यिक विमर्श,सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा पुस्तक प्रर्दशनी आदि का आयोजन होगा। साहित्यकार सम्मान भी इस कार्यक्रम का हिस्सा रहेगा। भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने की योजना भी बनेगी। उक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में मॉरीशस से पधारीं सरिता बुधु ने बताया कि मॉरिशस के भोजपुरी गीतों को यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया है। मॉरीशस फिजी, सूरीनाम, गुयाना, गिनिवाव आदि अनेक देशों में भोजपुरी सेवी अपनी सक्रियता दिखला रहे हैं। डॉ सरिता बुधु के पति मॉरीशस के उप प्रधानमंत्री भी रहे हैं।
नेपाल से आये प्रतिनिधि गोपाल ठाकुर जो कि वँहा के पूर्व संसद सदस्य एवं वर्तमान में भाषा उत्थान के अध्यक्ष हैं ने कहा कि नेपाल में भी भोजपुरी तीसरी सबसे बड़ी भाषा है एवं वहां कि भोजपुरी भाषी जनता काफ़ी सक्रिय है।
अधिवेशन का विशेष आकर्षण 16 दिसम्बर के संध्या का सांस्कृतिक संध्या, जिसमें नृत्य, नाटक, गीत इत्यादि के एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां होंगी, जिसमें पूरे देशभर से आये कलाकार भाग लेंगे। तो 17 दिसंबर की संध्या राष्ट्रीय भोजपुरी कवि सम्मेलन का आयोजन है। सभी प्रतिनिधि 18 के प्रातः जलपान के पश्चात अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करेंगे।