हेमंत सरकार 72 घंटे में 50 लाख मृतक परिवार को मुआवजा नहीं दी तो तंजीम अहले सुन्नत भीख मांग कर करेगी सहायता : मौलाना मुफ्ती जिया उल मुस्तफा
किसी भी प्रकार का जुलुस धरना प्रदर्शन नहीं होगा जुम्मा की नमाज़ के बाद : बाबर खान
जमशेदपुर : मदरसा फैज़उलुल्म में आयोजित तंजीम अहले सुन्नत के संवादत्ता सम्मेलन को संबोधित करते मुफ्ती जिया उल मुस्तफा ने कहा कि रांची में घटी घटना पर झारखंड सरकार द्वारा गठित समिति संतोष जनक नहीं है। महावीर मंदिर से हमला करने वाले का की पहचान में विलंब क्यू हो गई रहा है। मृतक मोदासिर के सर में किस की गोली लगी। शांति प्रिय भिड़ को किस ने उत्तेजित किया। गोली चलाने की आदेश देने वाले पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो। मुसलमान बच्चों का पोस्टर लगा कर मुसलमान भाइयों को अपमान करने के उद्देश से किस के आदेश पर पोस्टर लगा। किया झारखंड सरकार के गृह विभाग ने इसकी अनुमति दी थी। अपने संबोधन में मुफ्ती जिया उल मुस्तफा ने कहा एक सप्ताह के अंदर राज्य स्तर राज्य के पांच, पांच सदस्यों का टीम झारखण्ड सरकार के मुख मंत्री, अल्प संख्यक मंत्री और विधायक इरफान अंसारी से मिलेगा। और अपना आक्रोश प्रकट कर ज्ञापन देगा।
एक सप्ताह हो गया हेमंत सरकार अब तक मृतक परिवार के प्रति ना सांत्वना दी ना ही मुआवजे का ऐलान किया जिससे झारखंड में रहने वाले अल्पसंख्यक काफी चिंतित और आक्रोशित हैं। मुफ्ती जिया उल मुस्तफा ने कहा कि जुम्मा के नमाज के बाद चंदा होगा हर मस्जिद में और चंदा की रकम में तंजीम अपने फंड से रांची में घटी घटना में घायल और मृतक परिवार को सहायता राशि देगी।
इस मौके पर तंजीम के प्रवक्ता मौलाना शमशाद कादरी ने कहा कि झारखंड राज्य में जहां गैर भाजपा की सरकार है वहां पर इस तरह की घटना हो तो जितनी भी निंदा की जाए कम है।
निहत्थे भीड़ पर सीधे-सीधे गोली चला देना इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो पूरे झारखंड के प्रशासन पर बद नुमा दाग लगाने का प्रयास किया है। हेमंत सरकार को इस गंभीर विषय पर बहुत ही गंभीर निर्णय लेने की आवश्यकता है ताकि झारखंड राज्य में आपसी भाईचारा बनी रहे। इस अवसर पर उपस्थित बाबर खान ने कहा कि झारखंड की घटना की निष्पक्ष जांच हो जाए तो यह एक राजनीतिक साजिश साबित होगा। जिसमें हेमंत सरकार विरोधी प्रशासन के कुछ लोग हैं जो अपने मानसिकता का परिचय देकर शांत रांची को अशांत करने का प्रयास किया है। रांची की घटना पर बहुत जल्द राज्य स्तरीय एक प्रतिनिधिमंडल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अल्पसंख्यक मंत्री हाफिज हसन, मंत्री आलमगीर आलम एवं जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी से मिलेगा और एक मांग पत्र देकर रांची की घटना से संबंधित साक्ष्य प्रस्तुत करेगा। बाबर खान ने कहा की अफवा में ध्यान नहीं दें। जमशेदपुर में कही भी धरना प्रदर्सन, जुलूस नही निकला जायेगा। जुम्मा की नमाज़ के बाद खूसिसी दस होगी आपसी भाई और शांति के लिए। इस मौके पर मदरसा फैजुल उलूम के केंद्रीय महासचिव बिलाल नासिर ने कहा कि रांची की घटना से पूरा हिंदुस्तान शर्मसार हुआ है जिस प्रकार निहत्थे भीड़ पर हवाई फायरिंग के नाम पर भीड़ को निशाना निशाना बनाने वाले अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। धातकीडीह मक्का मस्जिद के इमाम मुफ्ती अबू हुरैरा ने कहा कि इस्लामी भाइयों पर जिस तरह कातिलाना हमला रांची पुलिस ने किया है। वह भी झारखंड राज्य में जो शहीदो की पवित्र धरती है। जहां भाजपा की सरकार है वहां गोली नहीं चला और जहां कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा राष्ट्रीय जनता दल की सरकार हो वहां उनको ही गोली मारा जाता है जो सरकार बनाने में अपना सब कुछ नहीं सावर करते हैं। इमाम मुफ्ती अबूरा ने कहा कि एक दो लोग शरारत कर सकते हैं पूरा भीड़ शरारत नहीं कर सकता और एक दो लोगों को नियंत्रण करने के लिए भीड़ पर गोली चलाना इस बात का संदेश देता है की एक खास वर्ग की भीड़ को हमेशा के लिए शांत कर दिया जाए। मास्टर शाहिद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा इस्लाम धर्म के दुश्मन हमेशा से रहे हैं और जब तक दुनिया कायम है इस्लाम के दुश्मन रहेंगे लेकिन इस्लाम जिंदा है जिंदा था और जिंदा रहेगा इस्लाम को मिटाने वाले खुद मिट जाएंगे और कई मिट गए। इस मौके पर फैयाज खान, मोहम्मद शमी अहमद, हसन अली, परवेज खान, नसीम अहमद, फ़ैज़ अहमद, हसन अली आदि कई लोग उपस्थित थे।