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हिंदू नववर्ष के मौके पर भगवामय हुई लौहनगरी, हिन्दू नववर्ष यात्रा ने डिमना से साकची सुभाष मैदान तक निकाली भव्य शोभायात्रा

हमारे सांस्कृतिक विरासत के शाश्वत प्रतीक हैं भारतीय नववर्ष, पाश्चात्य कोलाहल में अपनी संस्कृति को ना भूलें युवा : कर्मवीर सिंह

जमशेदपुर। जमशेदपुर में हिंदू नववर्ष के पूर्व संध्या पर हिंदू नववर्ष यात्रा के द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। डिमना (अयोध्याधाम) से ढोल-नगाड़े, डीजे संगीत, बैंड-बाजा एवं मनोरम झांकी के साथ निकली शोभायात्रा में हजारों सनातन प्रेमियों ने हाथों में भगवा ध्वज लेकर भाग लिया। हिन्दू नववर्ष यात्रा के अध्यक्ष रामबाबू तिवारी के नेतृत्व में निकाले गए शोभायात्रा का डिमना से लेकर नेताजी सुभाष मैदान तक के रास्ते में विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठन के लोगों द्वारा जमकर स्वागत किया गया एवं पुष्पवर्षा कर सेवा प्रदान की गयी। शोभायात्रा संध्या 4 बजे प्रारंभ हुई जो डिमना चौक के रास्ते मानगो गोलचक्कर होकर साकची स्थित नेताजी शुभाष मैदान में सम्पन्न हुई। नेताजी सुभाष मैदान में भारत माता के चित्र के सम्मुख भारत माता की सामूहिक आरती की गयी। शोभायात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं ने जहां हिंदू एकता से संबंधित नारे लगाए। तो वहीं, भारत माता की जय एवं जय श्री राम व अन्य ओजस्वी नारों से पूरा शहर गुंजायमान हो गया। शोभा यात्रा के क्रम में शामिल युवा एवं महिलाएं डीजे के भक्तिमय संगीत पर थिरकते हुए नववर्ष का जश्न मना रहे थे। जिसे देखने के लिए सड़क के दोनों ओर काफी संख्या में लोग जुटे हुए थे। शोभायात्रा में शामिल लोगों ने गले लगाकर एवं हाथ जोड़कर एक दूसरे को हिंदू नववर्ष की बधाई दी।

इससे पहले, डिमना (अयोध्याधाम) में शोभायात्रा में शामिल हुए आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक एवं भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह एवं आरएएस के वरिष्ठ प्रचारक सुमन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव समेत अन्य अथितियों का आयोजकों द्वारा शक्ति के प्रतीक तलवार एवं केसरिया पगड़ी भेंट कर स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।

इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक एवं भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने लौहनगरीवासियों को हिन्दू नववर्ष विक्रम संवत 2080 की शुभकामनाएं व्यक्त की। शोभायात्रा को संबोधित करते हुए कर्मवीर सिंह ने कहा कि भारतीय नववर्ष हमारे सांस्कृतिक विरासत है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के दिन ब्रह्मा जी सृष्टि की रचना थी। भगवान विष्णु का प्रथम अवतार भी इसी दिन हुआ था। नववर्ष में प्रकृति मे नयापन होता है। पेड़ पौधों फुल-मंजर, कली इसी समय आने आरम्भ होते है। हिंदू नववर्ष सबके लिए गर्व का क्षण है। हम सभी देशवासियों को अपनी जीवन संस्कृति के रक्षा करने लिए तत्पर रहना चाहिए।

पाश्चात्य कोलाहल में अपनी संस्कृति को ना भूलें:
उन्होंने कहा कि पाश्चात्य कोलाहल में हम अपने देश की संस्कृति को ना भूलें। पश्चिमी सभ्यता कभी भी हमारी बराबरी नहीं कर सकती। फूहड़ता कभी भी भारतीय समाज का अंग नहीं बन सकता। हमारी संस्कृति जीवंत है। नव वर्ष में हम सभी संकल्प लें कि पाश्चात्य जीवन शैली को अपने जीवन में हावी नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी को भारतीयता के रंग में रंगना होगा और अपने विरासत के प्रति सजग सतर्क रहना होगा। हिंदू नव वर्ष दुनिया भर के हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। यह नए सिरे से शुरू करने, नए संकल्प करने और बीत चुके वर्ष को प्रतिबिंबित करने का समय है। कई हिंदुओं के लिए नया साल उनकी संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाने का समय है।
मोदी ने देश का गौरव लौटाया:
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक एवं भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि आजादी के बाद आधी सदी से अधिक दौर देश के लिए निराशा एवं हताशा का दौर रहा था। लेकिन देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रभावशाली नेतृत्व ने भारत का गौरव लौटाया है। देश का मिजाज बड़ी तेजी से बदल रहा है। पहले की तुलना में भारत की छवि में व्यापक बदलाव आया है। वर्तमान सभी चुनौतियों से देश देश को सामना करना है जिसके लिए बलशाली समाज की आवश्यकता है। समाज में संगठन व सामर्थय का निर्माण ही सभी समस्याओं का हल है।
हिंदू नव वर्ष का प्रचार प्रसार करें:
कर्मवीर सिंह ने कहा कि भारतीय जनमानस में हिंदू नव वर्ष का प्रचार प्रसार करें। नववर्ष के दिन आने वाली युवा पीढ़ी को जागरूक व प्रेरित करें। हम सभी को बताना होगा कि हिंदू दर्शन, हिंदू चिंतन दुनिया में अनूठा है। हिंदू चिंतन पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। कहा कि हमारे लिए कोई दुश्मन नही है। दुनिया को शांति के मार्ग पर चलने में हिंदू धर्म ही सहायक हो सकता है।

वहीं, हिन्दू नववर्ष यात्रा के अध्यक्ष रामबाबू तिवारी ने शोभायात्रा में शामिल हुए हजारों धर्मप्रेमी बंधुओं एवं माताओं-बहनों का आभार जताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति-सभ्यता को दुनिया में सबसे प्राचीन माना गया है। भारतीय समाज की सहिष्णुता, विविधता, एकता एवं सामंजस्य दुनिया के लिए एक अद्भुत आदर्श है। आदि काल से हजारों-लाखों युद्धों को झेलने के बाद भी संघर्षशील भारतीय समाज ने अपनी संस्कृति, सभ्यता की धरोहर व विरासत को संजोए रखा है और इसी का भव्य दर्शन आज हमारे भारतीय नववर्ष की शोभायात्रा में दिखाई दिया है।

शोभायात्रा में हिन्दू नववर्ष यात्रा के संस्थापक मृत्युंजय कुमार, भाजपा नेता नीरज सिंह, विकास सिंह, अनिल ठाकुर, दीपक झा, शैलेन्द्र सिंह, महेश सिंह, नितिन त्रिवेदी, अजय तिवारी, गड़डू सिंह, राजा दुबे, धर्मेंद्र प्रसाद, दसरथ शुक्ला, अजय सिंह, रवि जायसवाल, मनोज वाजपेयी, श्वेता कुमारी, मिट्ठू चौधरी, शशि यादव, विकास सिंह समेत हजारों सनातनी बंधुओं का योगदान रहा।

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