स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में आदिवासी हो समाज महासभा- कला- संस्कृति ,भाषा , लिपि , रीति- रिवाज , खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

जमशेदपुर । स्थित बिरसा मुंडा टाउन हॉल में आदिवासी हो समाज महासभा- पूर्वी सिंहभूम जिला कमेटी के तत्वाधान में दो दिवसीय युवा महोत्सव के आज दिन रविवार को दूसरे व अंतिम दिन पूर्वाहन 9:00 बजे से ही जनजातीय समुदाय की पुरानी परंपरा से जुड़ी कला- संस्कृति ,भाषा , लिपि , रीति- रिवाज , खेलकूद  एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन देर संध्या तक चलता रहा । आज के कार्यक्रम के शुभारंभ के पूर्व उड़ीसा के बालासोर में घटित रेल त्रासदी में दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रख भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई गयी।

 इसके उपरांत कार्यक्रम  प्रारंभ हुआ इस दौरान कई प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया । जिसमें काफी संख्या में झारखंड ही नहीं अन्य राज्यों से आए हुए हो समुदाय के लोगों ने काफी संख्या में बढ़-चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा से मौजूद लोगों का मन मोहनी में सफल रहे लोगों ने भी कार्यक्रमों का जमकर आनंद उठाया। कार्यक्रम के दौरान जनजातीय समुदाय की संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत जनजातीय वाद्य यंत्रों के मनमोहक धुन पर  जनजातीय नृत्य प्रस्तुत किए गए  लोगों ने भी नृत्य का आनंद लेते हुए खुद भी नृत्य में शामिल हो गए । कार्यक्रम के दौरान मौके पर पहुंचे समापन समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने संध्या कालीन समापन समारोह के मौके पर पहुंचकर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया मौके पर  विशिष्ट अतिथि के रूप में माननीय विधायक जमशेदपुर पूर्व सरजू राय,  गुमला जिला के डि टि ओ – विजय सिंह बिरूआ , नीम की प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी -शंकराचार्य सामत  सम्मानित अतिथि के रूप में वीर  सिंह बिरूली , पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष आदिवासी महासभा केंद्रीय समिति, पत्रकार दसमत सोरेन, समाजसेवी नजीर सुंडी, दिलदार पूर्ति , असिस्टेंट प्रोफेसर श्यामा प्रसाद  मुखर्जी महाविद्यालय , आंदोलनकारी सह समाजसेवी सुनील हेंब्रम और छोटू सोरेन आदि मौके पर मौजूद होकर प्रतिभागियों और समाज के लोगों का उत्साहवर्धन किया । कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियो के कर कमलों से प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित   किया । मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड सरकार मधु कोड़ा ने आदिवासी युवा महोत्सव 2023 की अपार सफलता के लिए आयोजन समिति एवं आदिवासी हो समाज युवा महासभा  को ढेर सारी बधाइयां और शुभकामना दिया उन्होंने उम्मीद जाहिर की समाज के युवा इसी तरह आगे बढ़ चढ़कर समाज के बेहतरी के लिए कार्य करते रहेंगे
आज संपन्न हुए मुख्य 4प्रतियोगिताओं के परिणाम जिनमें मुख्य रूप से –
“चूर खेल”  प्रतियोगिता का परिणाम:
१. तुरतुंग स्टार सिकुरसाई
२. स्प्राउट ग्रुमिंग सेंटर – चाईबासा।
तीरंदाजी प्रतियोगिता (बालक वर्ग) के परिणाम:
१. आकाश इचेगुत्तु (चाईबासा)
२. भास्कर कुंकल  (चाईबासा)
३. रोहन तिउ         (चाईबासा)
तीरंदाजी प्रतियोगिता  ( बालिका वर्ग ) के परिणाम :
१. शीतल जारीका (चाईबासा)
२. गुरबारी सोए     (चाईबासा)
३. रेखा कुमारी      (चाईबासा)
बाड पटाह खेल प्रतियोगिता के परिणाम:
१. लुकना बीरूवा (जगन्नाथपुर)
२. सोमा जेराई      (मझगांव )
३. प्रकाश कालुंडिया (हॉट गमहरीया 
बाचोम ऊई  : प्रतियोगिता
१. रुकना बीरूवा (जगन्नाथपुर)
२. सोमा जेराई     (मजगांव )
३. युवराज सिंकु   (चाईबासा)
इसके उपरांत मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों एवं आयोजन मंडल के द्वारा समाज में बेहतर कार्य करने वाले सम्मानित लोगों को सम्मानित किया गया :
जिनमें मुख्य रूप से केंद्रीय मुखी समाज के उपाध्यक्ष -शंभू मुखी डूंगरी, उरांव समाज के जिला अध्यक्ष- राकेश उरांव, एस सी एस टी माइनॉरिटी वेलफेयर के सचिव -रविंद्र प्रसाद , समाजसेवी -जगदीश गोप  एवं  बहुमुखी प्रतिभा के धनी,  शिक्षक,  सफल मंच संचालक – श्याम कुमार शर्मा को विशेष रुप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आदिवासी हो समाज युवा महासभा केंद्रीय समिति,   आदिवासी हो समाज युवा महासभा- पूर्वी सिंहभूम , आदिवासी हो युवा महासभा- पश्चिमी सिंहभूम,  आदिवासी हो युवा महासभा -प्रदेश कमेटी के पदाधिकारियों,  सदस्यों का भरपूर योगदान एवं सराहनीय योगदान रहा । इसके अलावा आयोजन समिति के और से उपेंद्र बानरा, आदि बानरा, रवीश संवैया,   वीर सिंह गुईया,  मनोज मेलगांडी , डॉक्टर बबलू सुन्डी,  गब्बर हेंब्रम,  सुशील सवैया , अमित हेंब्रोम, नरसिंह बिरूली, लालमोहन दा,  ए बिरवा , लड्डू देवगम , प्रेमानंद सामद , अनिल बोदरा एवं अन्य का महत्वपूर्ण योगदान रहा मंच का संचालन – बाबूलाल गोयपोई ने किया , अतिथियों का स्वागत- उपेंद्र बानरा के नेतृत्व में टीम के द्वारा किया गया और धन्यवाद ज्ञापन जिला अध्यक्ष- गोमिया सुंडी ने दिया।
				
