जमशेदपुर मे आदिवासी सेंगल अभियान के द्वारा हेमन्त सरकार के फैसलों का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन साकची गोलचक्कर मे किया गया. इनके द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई,
इन्होने कहा की जहाँ एक तरफ संथाली भाषा कों अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल चुकी है, लेकिन राज्य की हेमंत सरकार ने इसे अभी तक राज्य भाषा का दर्जा नहीं दिया है, जिससे सभी आक्रोषित है, साथ ही आदिवासियों के देवता मारंगबुरु पहाड़ कों भी जैन धर्म कों सौंप दिया गया है,जिसका भी विरोध वें कर रहे हैं साथ ही कुड़मी महतो को आदिवासी श्रेणी मे शामिल किये जाने का भी विरोध सेंगल अभियान करती है और इसी कारण मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर अपना रोष वें सभी प्रकट कर रहें हैं.