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एचएसबीसी म्युचुअल फंड ने लॉन्च की एनएफओ एचएसबीसी मल्टी कैप फंड

जमशेदपुर । एचएसबीसी म्युचुअल फंड ने आज ओपेन-एंडेड इक्विटी स्कीम एचएसबीसी मल्टी कैप फंड लॉन्च करने की घोषणा की जो सभी प्रमुख लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप में निवेश करेगा।
न्यू फंड ऑफरिंग (एनएफओ) की शुरुआत 10 जनवरी, 2023 से होगी और यह 24 जनवरी, 2023 को बंद होगा। एचएसबीसी मल्टी कैप फंड का उद्देश्य बाज़ार में उपलब्ध इक्विटी और इक्विटी से संबंधित निवेश उपकरणों में निवेश करके लंबी अवधि के लिए संपत्ति जुटाने में निवेशकों की मदद करना है।

फंड के माध्यम से किए जाने वाले निवेश में लार्ज, मिड और स्मॉल कैप की न्यूनतम हिस्सेदारी होगी (प्रत्येक में कम से कम 25 फीसदी) और शेष 25 फीसदी तक का आवंटन इक्विटी या डेट सिक्योरिटीज़ और पूंजी बाज़ार के उपकरणों में किया जाएगा। इस ढांचे को ध्यान में रखते हुए यह फंड निवेशकों को उचित विविधता उपलब्ध करा सकेगा।

एचएसबीसी असेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (एचएसबीसी एएमसी) द्वारा एलएंडटी एएमसी और एलएंडटी म्युचुअल फंड की स्कीमों का अधिग्रहण किए जाने के बाद एचएसबीसी मल्टी कैप फंड के अपने पहले एनएफओ के साथ एचएसबीसी म्युचुअल फंड अब भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड द्वारा तय की गई म्युचुअल फंड स्कीमों की ज़्यादातर श्रेणियों में फंड जारी करता है। ये फंड म्युचुअल फंड के कैटेगराइजेशन और रेशनलाइजेशन के नियमों के अंतर्गत जारी किए जाते हैं। एचएसबीसी एएमसी की 100 फीसदी चुकता इक्विटी शेयर पूंजी एचएसबीसी सिक्योरिटीज़ एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के पास है।

एचएसबीसी मल्टी कैप फंड का प्रबंधन वेणुगोपाल मनघट, सीआईओ- इक्विटीज़, सोनल गुप्ता, प्रमुख, रिसर्च- इक्विटी, और कपिल पंजाबी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं फंड मैनेजर – फिक्स्ड इनकम फॉर डोमेस्टिक इक्विटीज़, ओवरसीज़ इंवेस्टमेंट्स और फिक्स्ड इंवेस्टमेंट्स क्रमश: स्कीम के हिसाब से करेंगे।

एचएसबीसी मल्टी कैप फंड के लॉन्च के बारे में कैलाश कुलकर्णी, को-सीईओ, एचएसबीसी असेट मैनेजमेंट (इंडिया) प्राइवेट इंडिया ने कहा, ‘एचएसबीसी मल्टी कैप फंड को लॉन्च करने के साथ ही हम निवेशकों को सभी लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप स्टॉक में निवेश करने का लाभ पाने का अवसर उपलब्ध करा रहे हैं। एक फंड के साथ निवेशकों को तीन लाभ मिलते हैं: लार्ज कैप शेयरों में नकारात्मक रिटर्न की आशंका काफी कम रहती है या लंबी अवधि में इक्विटी में गिरावट सीमित होती है, मिड कैप में तेज़ वृद्धि की जबरदस्त क्षमता होती है और स्मॉल कैप में ज़्यादा मुनाफा पाने का मौका होता है।’

निवेश रणनीति के बारे में वेणुगोपाल मनघट, सीआईओ-इक्विटी, एचएसबीसी असेट मैनेजमेंट कंपनी इंडिया ने कहा, ‘हम अपनी प्रत्येक स्कीम के लिए अपनी निवेश रणनीति के प्रति प्रतिबद्ध रहते हैं और इसके निवेश के उद्देश्यों को पूरा करने की कोशिश करते हैं। सभी स्कीमों में हमारी निवेश रणनीति बॉटम-अप यानी सभी की हिस्सेदारी का खयाल रखने की होती है।’

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