संस्कार के बिना उच्च शिक्षा बेकार- स्वामी केशवाचार्य शिव विवाह की जीवंत झांकी देख भाव विभोर हुए भक्त
जमशेदपुर । बर्मामाइंस के कैरेज कालोनी में चल रहे श्रीमद भागवत कथा के पांचवे दिन बिहार के रोहतास से पधारे महंत स्वामी केशवाचार्य ने व्यासपीठ से शिव विवाह, राजा दक्ष के तांडव, सहित कई प्रसंगों से भक्तों का ज्ञान वर्धन किया. कहा कि जीवन में सम्मान एवं संस्कार का होना बहुत जरूरी है. स्वयं एवं पति का सम्मान नहीं मिलने पर जिस तरह सती ने अग्निकुंड में कूद कर प्राण त्याग किया. उसी प्रकार संस्कार के बिना उच्च शिक्षा बेकार है. कितने भी पढ़ लिख लें लेकिन संस्कार नहीं है तो सब बेकार है. उन्होंने श्रोताओं से अपने बच्चों में संस्कार विकसित करने की अपील की.
शिव विवाह पर निकली भव्य झांकी
भागवत कथा में शिव विवाह का भावपूर्ण जीवंत प्रदर्शन किया गया. शिव-पार्वती को जीवंत देखकर भक्त हर हर महादेव का जयघोष करने लगे. इस दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया. उपस्थित श्रोताओं ने खड़े होकर शिव-पार्वती से आशीर्वाद लिया. तत्पश्चात आरती हुई. जिसके बाद भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
कथा सुनने ये लोग पहुंचे
भागवत कथा में प्रोफेसर एचपी शुक्ला, डीडी त्रिपाठी, डीके मिश्रा, आजसू जिलाध्यक्ष कन्हैया सिंह, कमलेश दुबे, अप्पू तिवारी, श्रीनिवास तिवारी, आनंद ओझा, सतेंद्र सिंह, नंदकिशोर तिवारी, अभिषेक ओझा, रामाश्रय सिंह, उदय सिंह, मुन्ना चौबे समेत कई गणमान्य कथा सुनने पहुंचे. इस दौरान सभी ने महंत केशवाचार्य से आशीर्वाद लिया. आयोजन को सफल बनाने में महेंद्र कुमार पांडेय, भोला पांडेय, प्रभूनारायण पांडेय, निरज पांजडेय समेत अन्य का सफल योगदान रहा.