ईद – उल – अजहा (बकरीद) को लेकर टेल्को थाना शांति समिति की बैठक ।

जमशेदपुर । टेल्को थाना शांति समिति की बैठक टेल्को थाना परिसर में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी शैलेंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई ।
इस्लाम धर्मावलंबियों के त्याग ,समर्पण ,बलिदान तथा उनके आराध्य ,के प्रति अनन्य भक्ति को प्रदर्शित करने वाले ईद उल अजहा (बकरीद) पर्व के अवसर पर क्षेत्र में शांति और साैहार्द बना रहे इसके निमित बैठक में चर्चा की गई।
इस अवसर पर शांति समिति के तमाम सदस्यों के अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री रामश्रय प्रसाद, श्री रियाजुद्दीन खान ,भारतीय जनता पार्टी की नेत्री एवं पूर्व में महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती कल्याणी शरण, डीडी त्रिपाठी, ओमप्रकाश उपाध्याय ,ओम प्रकाश सिंह, निसार अहमद ,इम्तियाज अहमद संतोष सिंह,राजेश सिंह राजू,परवेज,आलम ताज आदि विशेष रूप से उपस्थित थे!साथ ही साथ क्षेत्र में मूलभूत आवश्यकताओं यथा बिजली ,पानी, सड़क और ट्रैफिक की व्यवस्था उस दिन सुचारू रूप से मस्जिदों में संपन्न हो इसको सुनिश्चित करने के लिए पुलिस पदाधिकारी मोहम्मद सलीम, एस आई श्री शर्मा के अतिरिक्त टाटा नगर अधिसूचित क्षेत्र के विशेष पदाधिकारी श्री मुकेश कुमार एवं टाटा मोटर्स कंपनी के पदाधिकारी श्री त्रिवेदी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर बैठक को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता श्री रामाश्रय प्रसाद एवं श्री रियाजुद्दीन खान ने कहा कि इस पर्व की प्रकृति अन्य पर्वों यथा ईद, मोहरर्म,होली,दुर्गा पूजा आदि से भिन्न है। इस पर्व में जो छिपी हुई मूल भावना है उस भावना को नजर अंदाज कर असामाजिक तत्त्व इसे एक नकरात्मक पृष्ठभूमि में समाज में नफरत फैलाने के लिए प्रयोग के रूप में करते हैं ताकि शांति और व्यवस्था भंग हो। इसलिए त्याग और बलिदान के इस पवित्र पर्व को मनाने के अतिरेक में हमें भी कई सावधानियां बरतनी आवश्यक होती है । धर्म विशेष के लोग ये सुनिश्चित करें कि किसी भी प्रतिबंधित जानवर की बलि न दी जाए।उन्होंने स्पष्ट कहा कि मस्जिद और उससे जुड़े हुए कमेटी के लोगों का दायित्व है कि बलिदान के बाद जो अवशिष्ट पदार्थ जानवरों के बच जाते हैं, उसे एक सुनिश्चित स्थान पर गड्ढे में डाला जाए ताकि कुत्ते वहां तक न पहुंच सकें।श्री खान ने कहा की जिस बकरे की बलि दी जाती है उसके तीन भाग किए जाते हैं ।एक भाग गरीबों को दान में दे दिया जाता है! दूसरा भाग स्वयं के लिए रखा जाता है और तीसरा जो होता है अपने संबंधियों में बांटा जाता है। जिसको लेकर आदमी अपने संबंधियों के घर पहुंचाने जाता है। ले जाते वक्त यह जरूर ध्यान रखें कि उसे बढ़िया से प्लास्टिक में पैक कर ले जाए । ताकि अफवाह को बल ना मिल सके ।बैठक को संबोधित करते हुए श्रीमती कल्याणी शरण , ओम प्रकाश उपाध्याय , डी डी त्रिपाठी, ओम प्रकाश सिंह आदि ने अपील किया की पर्व को शालीनता और साैहार्द से इस्लाम धर्मावलंबी मनाये। बैठक का संचालन वरिष्ठ शांति समिति एवं प्रबुद्ध सदस्य श्री नंदलाल सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन श्री अभय सिंह ने दिया।
इस अवसर पर श्री पंकज सिंह, श्री चिन्ना राव,,बलराम रजक,सोनू सिंह, उपेंद्र तिवारी,लैला तिवारी,रितेश शरण आदि विशेष रूप से उपस्थित थे।