ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति जमशेदपुर का प्रतिनिधि मंडल स्वास्थ एवं आपदा प्रबंधन मंत्री से मिला
जमशेदपुर । ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति जमशेदपुर का एक पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल स्वास्थय एवं आपदा प्रबंधन मंत्री झारखण्ड सरकार से उनके आवास पर मुलाकात कर मैथिली को राज्य के क्षेत्रीय भाषा सुची में शामिल कर जिला वार नियोजन सूची में सम्मिलित करने हेतु मांग पत्र सौंपा है झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को संबोधित मांग पत्र में कहा गया है कि मैथिली झारखण्ड समेत सम्पूर्ण उत्तर भारत में सर्वप्रथम साहित्यक रुप से विकसित होने वाली भाषा है मैथिली भारतीय संविधान के अष्टम अनुसूची में शामिल होने के साथ साथ झारखण्ड के द्वितीय राजभाषा के रूप में भी मान्यता प्राप्त है झारखण्ड के सिद्धु कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका
एवं कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा में मैथिली की पढ़ाई होती है राज्य के प्लस टू विधालयों में भी शिक्षकों के 59 पद मैथिली के लिए स्वीकृत है ज्ञात हो कि महान भाषाविद जार्ज अब्राहम ग्रियर्सन के मान्य भाषिक सर्वेक्षण में मैथिली भाषी क्षेत्र में झारखण्ड राज्य में गोड्डा, देवघर, दुमका, साहिबगंज आदि जिले भी सम्मिलित हैं इसके अतिरिक्त रांची, बोकारो, धनबाद, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां आदि जिलों में लाखों की संख्या में मैथिली भाषा भाषी स्थायी रुप से निवास करते हैं मांग पत्र में कहा गया है कि झारखण्ड के बीस लाख से अधिक मैथिली भाषा भाषी जिलावार नियोजन सूची में मैथिली को शामिल नहीं करने से मर्माहत हैं मांग पत्र में कहा गया है कि मूल अधिसूचना में सुधार कर मैथिली को राज्य के क्षेत्रीय भाषा सूची में शामिल करते जिलावार नियोजन सूची में शामिल कर न्याय करने की माँग की है प्रतिनिधिमंडल में शंकर कुमार पाठक, पंकज कुमार झा, प्रमोद कुमार झा,बैजु मिश्र, और निवास शामिल थे।