राष्ट्र सेविका समिति ने अपनी अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका वी.शान्ता अक्का के आगमन पर एक दिवसीय प्रबोधन वर्ग एवं प्रबुद्ध महिला संगोष्ठी आयोजित किया
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जमशेदपुर। राष्ट्र सेविका समिति जमशेदपुर विभाग ने अपनी अपनी अखिल भारतीय प्रमुख संचालिका वी.शान्ता अक्का के आगमन पर तुलसी भवन बिष्टुपुर जमशेदपुर में एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया।तीन सत्रों में विभाजन इस कार्यक्रम का संयोजन विभाग कार्यवाहिका सुधा प्रजापति एवं महानगर कार्यवाहिका अपर्णा सिंह ने किया।
कार्यक्रम का प्रारंभ मुख्य वक्ता वी. शान्ता अक्का,मुख्य अतिथि सुनीता हल्देकर, विशिष्ट अतिथि शारदा गुप्ता एवं सुधा प्रजापति ने सामूहिक रूप से भारत माता एवं अष्टभुजा देवी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर एवं पुष्प अर्पित कर किया।इस मौके पर समिति की युवा सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत झारखंड के परंपरागत नृत्य एवं गीत से किया।
प्रमुख संचालिका वी.शान्ता अक्का ने समिति की सदस्यों से अपने संबोधन में कहा कि हिंदू समाज की महिलाओं को अहिल्याबाई होलकर से प्रेरणा लेते हुए शास्त्र और शस्त्र दोनों में निपुण होने की आवश्यकता है। वहीं तीसरे सत्र के दौरान प्रबुद्ध महिलाओं से वार्ता के क्रम में उन्होंने कहा कि “इस्लामिक, ईसाई और वामपंथी षड़यंत्र के साथ साथ बाजारवादी अपसंस्कृति के प्रति भी हमें हिन्दू समाज की महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है।” संगठन की अखिल भारतीय सहकार्यवाहिका सुनीता हल्देकर ने भी प्रबुद्ध महिलाओं को संबोधित किया।
सम्मान सत्र के दौरान तुलसी भवन के मानद महासचिव प्रसेनजीत तिवारी, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. एंजिला गुप्ता, संस्कार भारती की डॉ.मुदिता चंद्रा, क्रीड़ा भारती की डॉ. पूनम सहाय, प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ.स्नेहलता सिन्हा, अंतर्राष्ट्रीय मधुबनी पेंटिंग संघ की अध्यक्ष मीरा बबली, सेवा भारती की राजपति देवी इत्यादि संगठन की महिलाओं ने प्रमुख संचालिका को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया। सम्मान सत्र में डॉ. जूही समर्पिता, डॉ.कल्याणी कबीर डॉ. पुष्कर बाला, डॉ सुषमा रानी, डॉ.मौसमी इत्यादि ने भी अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की।कार्यक्रम को सफल बनाने में डाक्टर रागिनी भूषण, डॉ पुष्कर बाला, प्रिया सिंह, कंचनदेवी, चंचला सिन्हा, अनीता प्रसाद,शांखी सोरेन, सविता महतो, लता रानी साव, विशालाक्षी शेषाद्रि, मीना साहू, ममता आर्या, विमला सिंह, वीणा वर्णवाल, माया वर्णवाल, सरिता सत्यार्थी, अलका वर्णवाल,एम. भवानी इत्यादि की भूमिका महत्वपूर्ण रही।