रविवार को दिखेगी 394 साल पुरानी परंपरा, गुरु हरगोविंद जी का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा
जमशेदपुर। बारीडीह गुरुद्वारा में 394 साल पुरानी परंपरा का निर्वहन रविवार 10 जुलाई को होगा।
394 साल पहले गुरु घर के वजीर बाबा बुड्ढा जी ने मिस्सी रोटी प्याज और लस्सी का सेवन कर माता गंगा जी को पुत्रवती होने का आशीर्वाद दिया था और पांचवें गुरु अर्जुन देव जी के घर श्री गुरु हरगोबिंद जी ने प्रकाश धारण किया था।
इसकी तैयारी को लेकर गुरुद्वारा कमेटी ने गुरुवार 7 जुलाई की शाम पांच बजे बैठक बुलाई है। चेयरमैन करतार सिंह, प्रधान कुलविंदर सिंह एवं कार्यकारी प्रधान संदीप सिंह, उप प्रधान कुलदीप सिंह महासचिव सुखविंदर सिंह के अनुसार रविवार 10 जुलाई को कीर्तन दरबार सजेगा। गुरु इतिहास रखा जाएगा और उसके उपरांत मिस्सी रोटी, प्याज, लस्सी का लंगर श्रद्धालु ग्रहण करेंगे।
सुखविंदर सिंह के अनुसार माता गंगा जी विभिन्न व्यंजन एवं लाव लश्कर के साथ बाबा बूढा जी के पास आशीर्वाद लेने पहुंची थी लेकिन उन्हें नहीं मिला और श्री गुरु अर्जन देव जी की सलाह पर चना एवं गेहूं युक्त मिस्सी रोटी प्याज एवं लस्सी लेकर आम फरियादी की तरह माता गंगा जी गई और उन्हें बेटे का वरदान प्राप्त हुआ। प्याज को मुठ्ठी मार कर बाबा बुड्ढा जी ने कहा था कि यह दुश्मनों के सर इसी तरह फोड़ेगा। गुरु अर्जन देव जी की शहादत के बाद गुरु हरगोविंद जी ने इस संत समाज को योद्धा समाज में बदल कर रख दिया।